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भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाज ज़हीर खान ने तेज गेंदबाजों के लिए 'नक्कल गेंद' की खोज की। नक्कल गेंद को फेकने के लिए गेंद को अलग तरह से पकड़ना होता है। आमतौर पर एक तेज गेंदबाज गेंद को सीम पर दो अँगुलियों से पकड़कर फेकता है लेकिन नक्कल गेंद को फेकते समय सभी अँगुलियों को मोड़ कर नाखूनों से ग्रिप बना कर पकड़ना होता है। इस ग्रिप के कारण गेंद तेजी से जाने की बजाय धीमा जाती है और बल्लेबाज को समझने में मुश्किलें आती है। ज़हीर खान ने पहली बार इस नक्कल गेंद का इस्तेमाल 2011 विश्वकप के क्वार्टरफाइनल में किया था। उनके द्वारा की गई नक्कल गेंद से माइक हसी चकमा खाकर बोल्ड हो गए और भारत ने मैच जीतते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वर्तमान समय में नक्कल गेंद का इस्तेमाल सबसे ज्यादा टी20 क्रिकेट में किया जा रहा है।
Edited by Staff Editor