एक बुद्धिमान तेज गेंदबाज संदीप शर्मा अपने अनुशासन और नियंत्रण के साथ गति की कमी को खत्म कर देते हैं। वह एक कोण बनाने के लिए क्रीज का उपयोग करने में सक्षम है और गेंद को किसी भी हालात के बावजूद दोनों तरफ स्विंग कराने में सक्षम भी है। इनस्विंगर उनकी स्टॉक डिलीवरी है लेकिन गेंद को एक लाइन में रखने की उनकी क्षमता से अक्सर बल्लेबाज को परेशानी होती है। वह 2010 में अंडर -19 विश्वकप के दौरान चमके थे और तब से लगातार उनका प्रदर्शन निखरता ही गया है। कुछ सीजन से वो लगातार आईपीएल खेल रहे हैं जिससे उन्हे काफी अनुभव हासिल हुआ है। पावरप्ले के दौरान वो रनों की गति पर लगाम लगाने में सक्षम हैं। भारतीय टीम को इस 23 वर्षीय गेंदबाज को अवसर देना चाहिये था और विश्व कप से पहले जांचना चाहिए था कि क्या वो अभी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डाल सकते हैं या नहीं।