शौल उवैस करनेन उन श्रीलंकाई क्रिकेटरों में से एक हैं, जो टीम की शुरूआती दिनों में आए लेकिन उन्हें लाइमलाइट नहीं मिला। 1984-90 के दरम्यान शौल ने श्रीलंका के लिए 19 वनडे मुकाबले खेले थे। क्योंकि वह अपने प्रदर्शन में निरन्तरता बरकरार नहीं रख पाए इसलिए वह अंतरराष्ट्रीय पटल पर लम्बे समय तक नहीं टिक सके। मोर्टुवा में श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच जो मुकाबला हुआ उसमें एक समय श्रीलंकाई टीम 81/6 विकेट गवां चुकी थी। जिसके बाद अर्जुन रणतुंगा और करनेन ने मिलकर टीम को 157 रन तक पहुंचाया। जवाब में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जिसकी वजह रही शौल की शानदार गेंदबाज़ी। उन्होंने 5 विकेट लिए, जिसमें मार्टिन क्रो और कप्तान ज्योफ़ होवार्थ का अहम विकेट भी शामिल रहा। इस तरह पूरी कीवी टीम 116 रन ऑलआउट हो गयी।