गेंदबाज अपने करियर में कितने भी विकेट हासिल कर लें लेकिन पहला विकेट उनके लिए हमेशा खास होता है। वह इसे अपने पूरे करियर के दौरान याद करते हैं और वह विकेट किसी बड़े बल्लेबाज़ का हो तो गेदबाज के लिए और भी यादगार बन जाता है। आज हम उन गेंदबाजों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिन्होंने महान भारतीय बल्लेबाज़ जिन्हें टीम इंडिया की दीवार कहा जाता है यानी राहुल द्रविड़ को अपना पहला टेस्ट शिकार बनाया था:
#5 मोहम्मद रफ़ीक़ (बांग्लादेश)
10 मार्च 2000 का दिन बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास का सबसे यादगार दिन था क्योंकि इसी दिन बांग्लादेश ने बंगाबंधु नेशनल स्टेडियम ढाका में भारत के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। मेजबान टीम की स्पिन गेंदबाजी का दारोमदार अनुभवी स्पिन गेंदबाज मोहम्मद रफ़ीक के कंधों पर था। भारतीय पारी का 48वां ओवर लेकर आये रफ़ीक की चौथी गेंद पर राहुल द्रविड़ के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर गेंद शॉर्ट लेग पर खड़े अल शहरियार के हाथों में चली गयी। यह रफ़ीक का पहला टेस्ट विकेट था जिसे वह कभी नहीं भूल सकते।
#4 यासिर अराफ़ात (पाकिस्तान)
भारत के खिलाफ टी20 विश्वकप के फाइनल में हारने के कुछ महीनों बाद ही भारत दौरे पर आई पाकिस्तान टीम ने सीरीज का अंतिम मैच बेंगलुरु में खेला और इसी मैच में यासिर आराफात ने अपना डेब्यू किया। मैच के पहले दिन ही सुबह में इस मध्यम गति के तेज गेंदबाज ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए जल्दी-जल्दी 3 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। जहाँ पहले विकेट के रूप में अराफ़ात ने राहुल द्रविड़ को आउट किया। द्रविड़ उस समय 19 रन पर खेल रहे थे और मिस्बाह-उल-हक़ ने उनका कैच पकड़ा। इस पारी में अराफ़ात ने 5 विकेट हासिल किये।
#3 जेसन क्रेज़ा (ऑस्ट्रेलिया)
2008 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया को भारत को नागपुर में खेले जाने वाले चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में जीत हासिल करनी जरूरी थी। लिहाज़ा कंगारू कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने सभी को चौंकते हुए नये ऑफ-स्पिनर जेसन क्रेजा को एकादश में शामिल किया। पॉन्टिंग के भरोसे पर खरे उतरते हुए क्रेजा ने पहली ही पारी में 8 विकेट हासिल कर खलबली मचा दी। इसमें सबसे पहला शिकार राहुल द्रविड़ का ही था, जिनका कैच साईमन कैटिच ने शॉर्ट-लेग पर पकड़ा। इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम यह मैच नहीं बचा पाई और उसे 172 रनों की हार झेलनी पड़ी।
#2 अजंता मेंडिस (श्रीलंका)
2008 का साल भारतीय टीम के लिए स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ बुरे सपने की तरह था और इसकी वजह थे श्रीलंका के मिस्ट्री गेंदबाज अजन्ता मेंडिस। उनकी गेंदबाजी पर भारतीय बल्लेबाज लगातार मुश्किल ने नजर आ रहे थे। मेंडिस ने अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ कोलम्बो में खेला था और पहली ही पारी में उन्होंने 4 भारतीय बल्लेबाज को पवेलियन भेज दिया। जहाँ पहले विकेट के रूप में उन्होंने शानदार गेंद पर राहुल द्रविड़ को बोल्ड कर दिया। दूसरी पारी में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और श्रीलंका ने यह मैच पारी से जीत लिया।
#1 माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया)
2004 में भारत के खिलाफ बेंगलुरु में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने वाले माइकल क्लार्क के लिए यह मैच शानदार रहा था। सीरीज के अंत तक क्लार्क ने दिखा दिया की वह बल्ले के साथ गेंद से भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। वानखड़े स्टेडियम में हुए सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में उन्होंने 9 रन देकर 6 विकेट हासिल किये थे। इसमें पहले विकेट के रूप में क्लार्क ने राहुल द्रविड़ को आउट किया, उनका कैच विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने पकड़ा। लेखन- शंकर नारायण अनुवादक- ऋषिकेश सिंह