आज के जमाने में लगभग हर जगह बल्लेबाजों की मददगार पिच बनाई जा रही है और ऐसे में गेंदबाजों के लिए मेडन ओवर डालना काफी मुश्किल हो गया है। हालाँकि टेस्ट में अभी भी गेंदबाज आसानी से मेडन ओवर फ़ेंक लेते हैं, लेकिन सीमित ओवरों में लगातार 6 डॉट गेंद डालना अब उतना आसान नहीं रहा।
आजकल बल्लेबाजी करने के तरीके में काफी बदलाव आया है और बल्लेबाज हर गेंद पर रन लेने की कोशिश में रहते हैं। गेंदबाजी करने वाली टीम के कप्तान के लिए रन रोकना मुश्किल हो जाता है और उन्हें एक ऐसे गेंदबाज की तलाश होती है जो रनों की गति पर लगाम लगा सके।
मेडन ओवर या लगातार डॉट गेंद खेलने से बल्लेबाज दबाव में आ जाते हैं और ऐसे में उनके विकेट देने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसलिए गेंदबाज के ऊपर ये जिम्मेदारी रहती है कि वो लगातार डॉट गेंद डाले और टीम को सफलता दिलाएं।
अगर टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो सबसे ज्यादा मेडन ओवर डालने का रिकॉर्ड श्रीलंका के महान गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के नाम है, वहीँ वनडे में दक्षिण अफ्रीका के शॉन पोलक ने सबसे ज्यादा मेडन ओवर डाले हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट यानी कि टेस्ट, वनडे और टी20 मिलाकर सबसे ज्यादा मेडन ओवर किसने डाले हैं?
आइये नज़र डालते हैं टॉप 5 गेंदबाजों पर:
#5 शॉन पोलक (दक्षिण अफ्रीका) - 1536 मेडेन
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व गेंदबाज शॉन पोलक को अपने जमाने के महान गेंदबाजों में से एक माना जाता था। अगर बल्लेबाजी को भी शामिल कर लें, तो पोलक अफ्रीकी टीम के शानदार ऑलराउंडरों में शुमार हैं।
पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने अपनी टीम के लिए 108 टेस्ट, 303 वनडे और 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले और इसमें उनका रिकॉर्ड शानदार रहा। उन्होंने टेस्ट में 421, वनडे में 393 और टी20 में 15 विकेट लिए।
एकदिवसीय क्रिकेट में पोलक के नाम सबसे ज्यादा 313 मेडन ओवर डालने का रिकॉर्ड है और ये एक बड़ी उपलब्धि है। टेस्ट में उन्होंने कुल मिलाकर 1222 मेडन ओवर डाले हैं और लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं। टी20 में वो दक्षिण अफ्रीका के लिए ज्यादा नहीं खेले और 12 मैच में सिर्फ एक ही मेडन ओवर डाल सके।
इस तरह उन्होंने 423 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1536 मेडन ओवर डाले और सबसे ज्यादा मेडन डालने वाले गेंदबाजों में पांचवें स्थान पर हैं।
#4 अनिल कुंबले (भारत) - 1685 मेडन
अनिल कुंबले क्रिकेट इतिहास के महान लेग स्पिनरों में शुमार हैं और भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान काबिलेतारीफ है। भारत की तरफ से उन्होंने टेस्ट और एकदिवसीय में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं, लेकिन वो कभी भी देश के लिए टी20 नहीं खेले।
कुंबले ने भारत के लिए 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लिए और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 271 एकदिवसीय मैचों में 337 विकेट लिए हैं, जिसमें 334 विकेट भारत और तीन विकेट एशिया XI के लिए है।
कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में 1576 मेडन ओवर डाले हैं और इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। लेकिन एकदिवसीय में उनके नाम सिर्फ 109 मेडन ही हैं।
403 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुंबले ने 1685 मेडन ओवर डाले और सबसे ज्यादा मेडन ओवर डालने वालों में वो चौथे स्थान पर मौजूद हैं।
#3 ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया) - 1749 मेडन
ग्लेन मैक्ग्रा निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया के सबसे महानतम तेज़ गेंदबाज हैं और उनका रिकॉर्ड इस बात का गवाह है। ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के तेज़ गेंदबाजी का आक्रमण मैक्ग्रा ने कई साल तक अपने कन्धों पर उठाया। इसी वजह से उन्हें क्रिकेट इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मैक्ग्रा ने 124 टेस्ट, 250 एकदिवसीय और 2 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेला है और उनके जैसा रिकॉर्ड शायद ही किसी तेज़ गेंदबाज का हो। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 563 विकेट लिए और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में वो पांचवें नंबर पर मौजूद हैं।
एकदिवसीय मैचों में मैक्ग्रा ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा 381 विकेट लिए। विश्व में सबसे ज्यादा एकदिवसीय विकेट लेने वालों में वो सातवें स्थान पर आते हैं। दो टी20 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए पाँच विकेट लिए।
मैक्ग्रा को उनके सटीक लाइन लेंथ और किफायती गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। एकदिवसीय मैचों में उन्होंने शॉन पोलक के बाद सबसे ज्यादा 279 मेडन ओवर डाले हैं। टेस्ट मैचों में उनके नाम 1470 मेडन हैं और इस लिस्ट में वो चौथे स्थान पर हैं। टी20 में वो एक भी मेडन ओवर नहीं डाल सके।
376 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनके नाम 1749 मेडन हैं और सबसे ज्यादा मेडन डालने वाले गेंदबाजों में वो तीसरे स्थान पर काबिज़ हैं।
#2 शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) - 1871 मेडन
1993 में इंग्लैंड के माइक गेटिंग को बॉल ऑफ़ द सेंचुरी डालने वाले महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने काई सालों तक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की सेवा की। उनका रिकॉर्ड इस बात का गवाह है कि ऑस्ट्रेलिया की सफलता में उनका योगदान काफी ज्यादा है।
शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड 708 विकेट लिए हैं और विश्व में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने 194 एकदिवसीय खेले और इसमें उन्होंने 293 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया से सबसे ज्यादा एकदिवसीय विकेट लेने वालों में वो ग्लेन मैक्ग्रा और ब्रेट ली के बाद तीसरे नंबर पर आते हैं। वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई टी20 नहीं खेला।
शेन वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में 1761 मेडन डाले और लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। एकदिवसीय में उनके नाम 110 मेडन ओवर हैं। कुल मिलाकर 339 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 1871 मेडन ओवर डाले और सबसे ज्यादा मेडन डालने वाले गेंदबाजों में दूसरे स्थान पर हैं।
#1 मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) - 1992 मेडन
टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन को स्पिन का जादूगर कहा जाता है। श्रीलंका के महानतम क्रिकेटर कहे जाने वाले मुरलीधरन को 2002 में विस्डन क्रिकेटर्स एलमनैक ने टेस्ट क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बताया था।
टेस्ट और एकदिवसीय दोनों प्रारूपों में उनका रिकॉर्ड बहुत ही जबरदस्त है। उन्होंने 133 टेस्ट मैच खेलकर 800 विकेट लिए जिसमें 795 विकेट उन्होंने श्रीलंका और 5 विकेट आईसीसी वर्ल्ड XI के लिए लिया। उन्होंने 350 एकदिवसीय खेलकर 534 विकेट लिए जिसमें 523 विकेट श्रीलंका, 5 विकेट आईसीसी वर्ल्ड XI और 6 विकेट एशिया XI की तरफ से लिए हैं। मुरलीधरन ने 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय भी खेले हैं और उसमें उन्होंने 13 विकेट लिए हैं।
मुरलीधरन ने टेस्ट में सबसे ज्यादा 1794 मेडन ओवर डाले हैं। एकदिवसीय में उनके नाम 198 मेडन हैं और वो लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं। टी20 में वो एक भी मेडन ओवर नहीं डाल सके। कुल मिलाकर 495 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 1992 मेडन ओवर डाले हैं और टॉप में उनके आसपास भी कोई नहीं है।