5.एल्फ वैलेंटाइन- टेस्ट मैच की एक पारी में गेंदबाज़ी विश्लेषण (92-49-140-3)
अगर कोई अलंकार से हम एल्फ वैलेंटाइन को सुशोभित करना चाहें, तो उन्हें गेंदबाज़ी की मशीन कह सकते हैं। उनके अन्दर लगातार गेंदबाज़ी करने की गजब की स्टेमिना थी। इसके अलावा वह शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी काफी मजबूत थे। वेस्टइंडीज के इस गेंदबाज़ ने 63 टेस्ट पारियों में 12,953 गेंदें फेंकी। हर पारी में उनका औसत 34.26 ओवर का रहा। हालांकि उनका लाइन व लेंथ उतना बेहतर नहीं था, लेकिन गेंद को टर्न व ड्रिफ्ट कराने में माहिर थे।
वो मध्यम गति के गेंदबाज़ थे, जबकि उस वक्त विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की तूती बोलती थी। 1950 में इंग्लैंड के खिलाफ नाटिंघम में एल्फ ने सबसे ज्यादा ओवर गेंदबाज़ी की थी। इस मैच की पहली पारी में विंडीज ने लीड लिया था, लेकिन इंग्लैंड ने दूसरी पारी में अपने शीर्ष बल्लेबाजों के प्रदर्शन के चलते वापसी की थी। इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने के लिए वैलेंटाइन ने 92 ओवर की गेंदबाज़ी और उसमें 49 ओवर मेडन रहे। उन्हें तीन विकेट मिले थे। जबकि सोनी रामदीन ने इस मैच में 81.2-25-135-5 की बेहतरीन गेंदबाज़ी थी। वैलेंटाइन ने तब अपना नाम रिकार्ड्स बुक में दर्ज करवा लिया था।