विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई ने चौथी बार खिताबी जीत हासिल करते हुए एक मजबूत टीम होने का सबूत दिया है। पृथ्वी शॉ ने पूरे टूर्नामेंट में धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। शॉ ने सबसे ज्यादा रन बनाए और टॉप पर रहे। फाइनल मैच में मुंबई की टीम ने दिल्ली को बड़े स्कोर के बाद भी आसानी से हरा दिया। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में मुंबई की टीम यूपी पर हावी रही।
बल्लेबाजों के धाकड़ खेल के कारण गेंदबाजों की चर्चा टूर्नामेंट में ज्यादा नहीं हुई लेकिन कुछ गेंदबाज ऐसे रहे हैं जिनके बारे में बात होनी चाहिए। कुछ गेंदबाज ऐसे रहे जिनका प्रदर्शन सबसे ज्यादा बेहतर रहा और कई नाम अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहतर रहने के कारण गेंदबाजों के बारे में शायद ज्यादा पता नहीं चला लेकिन इस आर्टिकल में उन गेंदबाजों के बारे में चर्चा की गई है जिन्होंने इस सीजन विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। ऐसे 5 गेंदबाजों के बारे में यहाँ बताया गया है।
धवल कुलकर्णी
सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पांच गेंदबाजों में अंतिम स्थान पर धवल कुलकर्णी का नाम है। कुलकर्णी ने इस सीजन विजय हजारे ट्रॉफी में कुल 6 मुकाबले खेले और 14 विकेट चटकाए। एक बार वह पारी में 5 विकेट लेने में भी सफल रहे थे।
प्रशांत सोलंकी
इस गेंदबाज ने भी काफी प्रभावित करने वाली गेंदबाजी की है। विजय हजारे ट्रॉफी में प्रशांत सोलंकी ने कुल 6 मुकाबले खेले और 15 विकेट अपने नाम किये। पारी में एक बार उन्होंने 5 विकेट चटकाए और एक बार 4 विकेट लेने में सफल रहे।
ऋषि धवन
ऋषि धवन ने बल्लेबाजी भी अच्छी कर लेते हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के 5 मैचों में धवन ने कुल 16 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उन्होंने 2 बार पारी में 4 और एक बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया। उनकी टीम लीग मैचों के बाद ही बाहर हो गई थी।
अरजान नागवासवाला
सबसे ज्यादा विकेट इस सीजन में लेने वाले टॉप पांच नामों में इस गेंदबाज का नम्बर दूसरे स्थान पर आता है। नागवासवाला ने 7 मुकाबले खेलते हुए कुल 19 विकेट अपने नाम किये हैं। एक बार पारी में 4 विकेट उन्होंने चटकाए और एक बार 5 विकेट लेने में भी वह कामयाब रहे।
शिवम शर्मा
इस गेंदबाज का नाम सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में टॉप पर है। शिवम शर्मा ने कुल 8 मुकाबले खेले और उनके खाते में 21 विकेट आए। पारी में वह दो बार 5 विकेट लेने में सफल रहे थे। इस तरह की गेंदबाजी की उम्मीद उनसे शायद किसी ने नहीं की होगी।