2001 में ईडन गार्डन्स के ऐतिहासिक टेस्ट को भारतीय क्रिकेट के इतिहास का सबसे भावनात्मक मैच माना जाता है। इस टेस्ट के लिए वीवीएस लक्ष्मण, हरभजन सिंह और राहुल द्रविड़ के बारे में बहुत कुछ कहा जा चुका है, लेकिन एक घटना जो इस टेस्ट को याद करते समय आसानी से दिमाग से फिसल जाती है वो है गांगुली का आखिरी दिन सचिन तेंदुलकर को गेंद थमाना। 161/3 के स्कोर के साथ ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच सुरक्षित करने की तरफ बढ़ रही थी। हरभजन एक छोर से लगातार परेशान कर रहे थे और चायकाल के बाद उन्होंने स्टीव वॉ व रिकी पोंटिंग को आउट कर दिया। एक छोर से वेंकटपति राजू प्रभावी साबित नहीं हो रहे थे लिहाजा गांगुली ने सचिन से गेंदबाजी कराने का फैसला किया। सचिन ने एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन का महत्वपूर्ण विकेट लिए। दोनों ही बल्लेबाज स्वीप शॉट खेलने गए और एल्बीडब्ल्यू आउट हुए। इसके बाद सचिन ने शेन वॉर्न को भी अपना शिकार बनाया। फिर अन्य विकेट लेना गेंदबाजों के लिए महज औपचारिकता भर बची थी।