1980 के दशक में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक थे माइक गैटिंग। गैटिंग को 1986 में इंग्लिश टीम की कप्तानी का ज़िम्मा सौंपा गया था। डेविड गोवर से कप्तानी लेने वाले गैटिंग ने इंग्लैंड को क़रीब क़रीब पहली बार वर्ल्डकप में जीत दिला ही दी थी, जब 1987 वर्ल्डकप के फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथो 7 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। माइक गैटिंग ने 37 वनडे मैचो में इंग्लैंड की कप्तानी की, जिसमें उनका रिकॉर्ड बेहतरीन था। गैटिग ने 37 में 26 जीत दिलाई और सिर्फ़ 11 मैचो में ही इंग्लैंड को हार झेलनी पड़ी थी। लेकिन टेस्ट में ये आंकड़ा बिल्कुल उलट जाता है। 1986 से 1988 के बीच माइक गैटिंग ने इंग्लैंड के लिए 23 टेस्ट मैचो में कप्तानी की, जिसमें उन्हें सिर्फ़ 2 मैचो में ही जीत हासिल हुई। 5 में हार और 18 मुक़ाबले ड्रॉ रहे थे, जिसके बाद 1988 में उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया।