दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़, जो कि श्रीलंका के लिए 1990 से 2007 तक खेले, उन्होंने सनथ जयसूर्या के साथ मिलकर शानदार सलामी साझेदारी बनाई। उनके नाम 14,000 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय रन हैं। वो श्रीलंकाई टीम के 9वें कप्तान थे और उनकी कप्तानी में टीम ने 18 टेस्ट मैच में से 8 जीते, तो 63 वनडे में 37 वनडे जीतने में कामयाब रही। उन्होंने कोच के रूप में अपना करियर कनाडा और सिंगापोर की टीम के साथ किया। उसके बाद 2011 में उन्हें श्रीलंका का बैटिंग कोच बनाया गया और 2014 में टीम के हेड कोच बन गए। हालांकि लगातार टेस्ट सीरीज में हारने के बाद, उन्होंने अगले साल ही टीम के कोच पद से इस्तीफा दे दिया।