क्रिकेट में ऐसा बहुत कम होता है जब 9वें नंबर पर आकर कोई बल्लेबाज शतक बना जाए । इसलिए जयंत यादव की पहली टेस्ट सेंचुरी भी बहुत खास है क्योंकि जयंत ने 9वें नंबर पर आकर शतक जड़ा है । और जयंत की ये शतकीय पारी इसलिए भी खास है क्योंकि जयंत ने शतक जड़कर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई है । टेस्ट क्रिकेट के इतिहास पर नजर डालें तो अबतक टेस्ट में 9वें नंबर और या फिर उससे नीचे के नंबर के बल्लेबाजों ने अबतक सिर्फ 20 शतक जड़े हैं । और ये 20 शतक भी साल 2000 के बाद आए हैं, जो ये बताता है कि आजकल क्रिकेट में लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों का योगदान कितना अहम हो जाता है । इतना ही नहीं नंबर 9 या फिर उससे नीचे के बल्लेबाजों की सिर्फ 8 शतकीय पारियों के दौरान टीम को जीत मिली है । जिनमें से क्लेम हिल, रेही डफ और जॉन मरे ही बल्लेबाज थे । (मरे विकेटकीपर थे) अब हम इन 8 शतकीय पारियों में उन पांच पर नजर डालते हैं जो गेंदबाजों ने बानई हैं । #1 स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड) - पाकिस्तान के खिलाफ 169 रन बनाए, लॉर्ड्स, 2010 ब्रॉड ने टेस्ट क्रिकेट में 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हए 169 रन की पारी खेली, जो टेस्ट क्रिकेट में 9वें नंबर या फिर उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है । 9वें नंबर या फिर उससे नीचे सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पहले नंबर हैं न्यूजीलैंड के इयान स्मिथ हालांकि इयान स्मिथ विकेटकीपर बल्लेबाज हैं । स्टुअर्ट ब्रॉड की इस शानदार शतकीय पारी से ज्यादा इस टेस्ट को मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ की स्पॉट फिक्सिंग के लिए याद किया जाता है । इस टेस्ट में ब्रॉड जब बल्लेबाजी करने आए तो इंग्लैंड का स्कोर 102 रन पर 7 विकेट था । इसके बाद पाकिस्तान के शानदार बॉलिंग अटैक को पस्त करते हुए ब्रॉड ने जोनाथन ट्रॉट के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 332 रन जोड़े । ट्रॉट ने 184 रन की पारी खेली । जिसके दमपर इंग्लैंड 446 रन बनाने में कामयाब रहा । और इंग्लैंड ने इस मैच को पारी और 225 रन से जीता । इस मैच में ब्रॉड ने 3 विकेट भी झटके । #2 जैक ग्रेगरी, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के खिलाफ 100 रन बनाए, मेलबर्न, 1921 जैक ने ये शतक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर लगाया था । इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी जीत दर्ज की थी । पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के नुकसान पर 282 रन बना लिए थे जब ग्रेगरी ने निप पिल्यू के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 173 रन जोड़े । ग्रेगरी के शतक की खास बात ये थी कि उन्होंने ये शतक 86.95 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 115 गेंदों में बनाया था । जो 1921 में अविश्वनीय था । इतना ही ग्रेगरी ने इस मैच में 7 विकेट भी चटकाए थे । जिसमें से 6 विकेट इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के थे । ग्रिगोरी की शानदार गेंदबाजी के चलते इंग्लैंड को फोलोऑन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा । आखिरकार इंग्लैंड को इस मैच में पारी और 91 रन से हार का सामना करना पड़ा । #3 जयंत यादव (भारत), इंग्लैड के खिलाफ बनाए 104 रन, मुंबई , 2016 जयंत यादव जब बल्लेबाजी करने उतरे तो भारत का स्कोर 364 रन पर 7 विकेट था । जयंत अपने कप्तान विराट कोहली का साथ देने मैदान पर उतरे । उस समय भारत अभी भी इंग्लैंड के स्कोर से 36 रन पीछे था । इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 400 रन बनाए थे। जयंत यादव ने अपने कप्तान का साथ बखूबी निभाया और आठवें विकेट के लिए 241 रन जोड़े । जब जयंत यादव स्टंप आउट हुए तब तक वो भारत की बढ़त को 205 रन पर पहुंचा चुके थे । आखिरकार भारत 631 रन बनाने में कामयाब रहा, जो कि एक समय पर नामुमकिन लग रहा था क्योंकि टीम इंडिया सिर्फ 307 रन के स्कोर पर अपने 6 अहम विकेट गंवा चुकी थी । सही समय पर यादव के बल्ले से निकली उस शतकीय पारी के चलते ही विराट भी दोहरा शतक ठोक पाए, ये 2016 में टेस्ट क्रिकेट में विराट का तीसरा दोहरा शतक है । और आखिरकार भारत ये मैच पारी और 36 रन से जीतने में कामयाब रहा । #4 शॉन पोलॉक (दक्षिण अफ्रीका) श्रीलंका के खिलाफ बनाए थे 111 रन, सेंचुरियन, 2001 जब साउथ अफ्रीका के कप्तान शॉन पोलॉक बल्लेबाजी करने उतरे तो उस समय साउथ अफ्रीका ने 204 रन पर अपने 7 विकेट गंवा दिए थे । पोलॉक ने नील मैकेनजी के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 150 रन की साझेदारी की । नील मैकेनजी ने 103 रन की पारी खेली । पोलॉक न सिर्फ 111 रन बनाकर टॉप स्कोरर बने बल्कि इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 104.71 का रहा । पोलॉक ने 106 गेंदों में 16 चौके और 3 छक्के भी जड़े । दक्षिण अफ्रीका ने सिर्फ 378 रन बनाए बावजूद इसके वो पारी और 7 रन से मैच जीतने में कामयाब रहा । पोलॉक को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ से भी नवाजा गया । साउथ अफ्रीका ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की । #5 लान्स क्लूजनर ( साउथ अफ्रीका) भारत के खिलाफ बनाए नाबाद 102 रन, केपटाउन, 1997 क्लूजनर ने 100 गेंदों में नाबाद 102 रन की धुआंधार पारी खेलकर केपटाउन में घरेलू फैंस को जमकर झूमने का मौका दिया । अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 13 चौके और 1 छक्का भी जड़ा । उनकी इस पारी की बदौलत 382 रन पर अपने 7 विकेट खो चुकी दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 7 विकेट के नुकसान 529 रन पर पारी घोषित की । क्लूजनर ने दूसरे शतकवीर ब्रायन मैकमिलन के साथ मिलकर 147 रन जोड़े । मैकमिलन ने 103 रन बनाए । क्लूजनर की शतकीय पारी ही इस मैच में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच का अंतर साबित हुआ । अपनी पहली पारी में 359 रन बनाने के बाद भी भारत 170 रन पीछे रह गया । और साउथ अफ्रीका ने इस मैच में 282 रनों की बड़ी जीत दर्ज की ।