क्रिकेट इतिहास के 5 शतक जिन्हें ख़ास तवज्जो नहीं मिला

तिलकरत्ने दिलशान: 147 बनाम ऑस्ट्रेलिया, दिसम्बर 2012-होबार्ट

श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जब भी गया है, उसे वहां हर बार बुरी हार का सामना करना पड़ा है। 13 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने 10 में जीत और 3 मैच ड्रा रहे हैं। ऐसा बहुत ही कम बार हुआ है, जब श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर दबाव में लिया हो। लेकिन साल 2012 में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी क्रिकेट खेली थी। लेकिन फिर भी पीटर सिडल की बढ़िया गेंदबाज़ी और माइक हसी के 115 रन की पारी ने श्रीलंका को बैकफुट पर ला दिया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहली पारी में 450 रन बनाये। जिसमें हसी ने 115 रन की पारी खेली। जवाब में मिचेल स्टार्क, सिडल और हिलफेनहास की कहर बरपाती गेंदबाज़ी के आगे श्रीलंका के नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। श्रीलंका का स्कोर एक समय 87 रन पर चार विकेट हो गया था। हालाँकि एंजेलो मैथ्यूज ने दिलशान का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने मिलकर स्कोर को 200 तक पहुंचाया। लेकिन सिडल ने दोबारा नई गेंद पाते ही फिर कहर बरपाना शुरू किया और 54 रन देकर इस मैच में 5 विकेट हासिल किये। श्रीलंका के गेंदबाजों ने एक बार फिर निराश किया। लेकिन इस मैच में दिलशान ने 273 गेंदों का सामना किया और 147 रन की पारी खेली। दिलशान की इस पारी के बदौलत उनके ऊपर विदेश में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने का टैग हट गया। लेकिन इस पारी को लोग इसलिए नहीं याद रखते हैं क्योंकि मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था।