क्रिकेट ही एक ऐसा खेल है जिसमें खिलाड़ी को ऐसे कई मौके मिलते हैं जिसमें वो अपने टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। वो अच्छी बल्लेबाजी करके, अच्छी गेंदबाजी करके या फिर जरूरी समय पर शानदार क्षेत्ररक्षण करके अपने टीम को जीत दिलाने में बड़ा योगदान दे सकता है।
क्रिकेट में सिर्फ बल्लेबाजी या गेंदबाजी से ही जीत या हार सुनिश्चित नहीं होती है बल्कि शानदार क्षेत्ररक्षण भी टीम को जीत या हार दिलाती है। जोंटी रोड्स एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कई मौकों पर अच्छा क्षेत्ररक्षण करके मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड हासिल किया है। लेकिन टी20 क्रिकेट में बल्लेबाजी को अधिक तवज्जो दिया जाता है। ऐसा मानना है कि जो टीम अधिक रन बनाएगी उसे ही जीत हासिल होगी। टी20 क्रिकेट में ऐसा कई बार देखने को भी मिला है कि एक टीम शानदार बल्लेबाजी करके अच्छा लक्ष्य स्थापित कर देती है लेकिन जवाब में उतरी विपक्षी टीम कम विकेट खोने के बावजूद भी लक्ष्य हासिल नहीं कर पाती है।
लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं 5 ऐसे बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने अपने पारी में शतक लगाया लेकिन फिर भी उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा।
#5. एंड्रयू सायमंड्स- 117 बनाम राजस्थान रॉयल्स, 2008:
आईपीएल 2008 का 9वां मुकाबला डेक्कन चार्जर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला जा रहा था। डेक्कन चार्जर्स की टीम पहले 3 ओवरों में 32 रन बना चुकी थी लेकिन चौथे ओवर में गेंदबाजी करने आए युसूफ पठान ने एडम गिलक्रिस्ट और शाहिद अफरीदी का विकेट चटका दिया। इनके बाद एंड्रयू सायमंड्स बल्लेबाजी करने क्रीज पर उतरे और आते ही तूफानी बल्लेबाजी शुरू कर दी उन्होंने 29 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इस मैच में शेन वॉर्न के खिलाफ 13 गेंदों पर 35 रन जड़ दिए। जबकि उन्होंने 53 गेंदों पर 117 रन बनाए। इनकी शतकीय पारी की बदौलत डेक्कन चार्जर्स ने 215 रनों का लक्ष्य स्थापित किया।
राजस्थान रॉयल्स की ओर से बल्लेबाजी करने आए ग्रीम स्मिथ और यूसुफ पठान ने तेजी से रन बनाए। अंतिम ओवर में राजस्थान रॉयल्स को जीत के लिए 17 रनों की दरकार थी जिसको बचाने का जिम्मा एंड्रयू सायमंड्स ने ही लिया। लेकिन शेन वार्न ने एक चौका और 2 छक्के लगाकर राजस्थान रॉयल्स को जीत दिला दी। इस मैच में एंड्रयू सायमंड्स की शतकीय पारी बेकार चली गई और उनकी टीम डेक्कन चार्जर्स को हार का सामना करना पड़ा।
#4. युसूफ पठान- 100 बनाम मुंबई इंडियंस, 2010:
आईपीएल 2010 के दूसरे मुकाबले में मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स आमने-सामने थीं। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 212 रन बनाए जिसमें युवा बल्लेबाज सौरभ तिवारी और अंबाती रायडू ने शानदार अर्धशतक लगाया था।
213 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम 66 रनों पर चार विकेट खो चुकी थी। टीम को अंतिम 10 ओवरों में जीत के लिए 147 रनों की आवश्यकता थी। क्रीज पर बल्लेबाजी करने उतरे युसूफ पठान के सामने जहीर खान और लसिथ मलिंगा जैसे दिग्गज गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे थे। लेकिन उन्होंने मात्र 37 गेंदों पर शतक जड़ दिया, यह उस समय का सबसे तेज शतक था। उनके इस शानदार पारी को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि राजस्थान रॉयल्स यह मुकाबला जीत लेगी लेकिन दुर्भाग्य से युसूफ पठान नॉन स्ट्राइक एंड पर रन आउट हो गए। उनका विकेट गिरते ही मुंबई इंडियंस ने मैच में पूरी तरह से पकड़ बना लिया और राजस्थान रॉयल्स को 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
#3. रिद्धिमान साहा- 115 बनाम कोलकाता नाइटराइडर्स, 2014 फाइनल:
किंग्स इलेवन पंजाब ने साल 2014 के आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया था। इस टीम में वीरेंदर सहवाग, ग्लेन मैक्सवेल, डेविड मिलर और जॉर्ज बेली जैसे खतरनाक बल्लेबाज थे जो शानदार प्रदर्शन कर रहे थे।
आईपीएल 2014 के फाइनल में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ किंग्स इलेवन पंजाब टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 5.1 ओवरों में 2 विकेट खो चुकी थी। चौथे नम्बर पर बल्लेबाजी करने उतरे रिद्धिमान साहा ने सलामी बल्लेबाज मनन वोहरा के साथ 129 रनों की अच्छी साझेदारी की। इस मैच में साहा ने 55 गेंदों पर 115 रनों की नाबाद पारी खेली। रिद्धिमान साहा की इस पारी की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब ने कोलकाता नाइटराइडर्स को 200 रनों का लक्ष्य दिया।
जवाब में उतरी कोलकाता नाइटराइडर्स ने मनीष पांडे की 96 रनों की शानदार पारी की बदौलत जीत हासिल कर लिया और रिद्धिमान साहा की शतकीय पारी बेकार चली गई।
#4. विराट कोहली- 100 बनाम गुजरात लायंस, 2016:
आईपीएल 2016 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली का सबसे सफलतम सत्र था। उन्होंने उस सीजन 110 के औसत से और 140 के स्ट्राइक रेट से 972 रन बनाए थे जिसमें 4 शतक शामिल था।
आईपीएल 2016 के 19वें मैच में गुजरात लायंस के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 180 रन बनाए। राजकोट मैदान की धीमी पिच पर बैंगलोर टीम ने पहले 8 ओवरों में एबी डीविलियर्स और शेन वॉटसन के विकेट खो दिए थे। जिसके बाद विराट कोहली ने 100 और केएल राहुल ने 51 रन बनाए और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
जवाब में उतरी गुजरात लायंस टीम ने ड्वेन स्मिथ (32) और ब्रेंडन मैकुलम (42) की अच्छी शुरुआत एवं दिनेश कार्तिक के शानदार अर्धशतक (50*) की बदौलत 19.3 ओवर में जीत हासिल कर लिया। इस मैच में गुजरात के सलामी बल्लेबाजों ने पावरप्ले में ही 72 रन बना दिए थे जो उस साल का रिकॉर्ड था।
#1. ऋषभ पंत- 128 बनाम सनराइज़र्स हैदराबाद, 2018:
ऋषभ पंत ने साल 2018 में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने उस सीजन 14 मैचों में 52.61 की औसत से 684 रन बनाए थे।
आईपीएल 2018 का 42वां मैच सनराइज़र्स हैदराबाद और दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के बीच फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला जा रहा था। इस मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 187 रन बनाए। इस मैच में ऋषभ पंत ने 63 गेंदों पर 128 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में भुवनेश्वर कुमार को भी अपने निशाने पर लिया था। 128 का यह स्कोर किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा आईपीएल में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था।
फिरोजशाह कोटला के मैदान पर 188 रनों का लक्ष्य बहुत बड़ा था लेकिन शिखर धवन (92*) और केन विलियम्सन (83*) की शानदार पारी की बदौलत सनराइज़र्स हैदराबाद ने यह मैच 9 विकेट से जीत लिया। इस जीत के साथ ही ऋषभ पंत का आईपीएल का इकलौता शतक बेकार चला गया।