भारतीय टेस्ट टीम में कई फ़ील्डर्स को स्लिप पर अपनी क्षमता को साबित करने का मौका दिया, लेकिन कोई भी अपने आप को इस जिम्मेदारी के लिए परफ़ेक्ट साबित नहीं कर पाया। एक वक़्त था, जब राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी स्लिप पर बेजोड़ फ़ील्डिंग करती थी और न के बराबर मौकों पर उनसे चूक होती थी। 2012 में उनके रिटायरमेंट के बाद से टीम को स्लिप की जिम्मेदारी सौंपने के लिए कोई भरोसेमंद हाथ नहीं मिल पाया।