IPL 2018: चेन्नई सुपर किंग्स के 5 खिलाड़ी जो आगे चलकर भारत के लिए खेले

#2 मुरली विजय

34 वर्षीय तमिलनाडु के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय घरेलू सर्किट में एक बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाज़ रहे हैं लेकिन उन्हें आईपीएल को अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए श्रेय देना होगा। 2009 में अपने टेस्ट करियर की एक अनजान शुरुआत के बाद विजय ने आईपीएल के 2015 संस्करण का पूरा फादया उठाया और उन्होंने 15 मैचों में 458 रन बनाये। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनका स्ट्राइक रेट 156.84 का रहा और इसमें 127 का उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल था। 2010 के आईसीसी विश्व टी-20 के लिए उन्हें भारतीय टीम में चुना गया था, लेकिन वह सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह नहीं बना सके। वह 2011 में सीएसके के लिए अच्छे साबित हुए और साथ ही उन्होंने 434 रन बनाए और फाइनल में उन्होंने 95 रन की मैच विनिंग पारी खेलते हुए टीम को जिताया और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार अपने नाम किया। हालांकि, टी-20 के स्तर पर सफलता के कारण उनका लाल गेंद से ध्यान भटका दिया जिससे टेस्ट टीम से उनको निकाल दिया गया। बाद में अपनी बल्लेबाजी तकनीक में कुछ बदलाव करके और गेंद को खेलने की कला सीखने के बाद उन्होंने टेस्ट टीम में मजबूत वापसी की, सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह बना ली। डेयरडेविल्स और पंजाब के साथ अच्छे कार्यकाल के बाद विजय की घर वापसी हो चुकी है क्योंकि वह इस साल एक बार फिर से चेन्नई गैंग का हिस्सा हैं। हालांकि उन्हें इस वर्ष खेलने अभी तक केवल एक मैच खेलने को मिला है और जिसमें वह केवल 12 रन बना सके हैं। वह भारत के सबसे भरोसेमंद ओपनिंग बल्लेबाज हैं और उनका शांत स्वभाव उन्हें आने वाले विदेशी सीरीज़ में मदद करेगा।