हर साल घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए एक मौके की तरह होता है जहां वह अच्छा प्रदर्शन दिखाकर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने की कोशिश करते हैं। साथ ही सभी क्रिकेटरों का सपना होता है कि वह देश के लिए खेलें। हालांकि बहुत कम खिलाड़ियों को देश के लिए खेलने का मौका मिल पाता है। कई खिलाड़ी घरेलू स्तर पर अपने असाधारण प्रदर्शन से टीम में जगह बना लेते हैं, तो कुछ ऐसे होते हैं जो चयनकर्ताओं की निगाहों में नहीं आ पाते हैं। जो क्रिकेटर घरेलू स्तर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन करते हैं, उन्हें राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका मिलना ही चाहिए। लेकिन बहुत से ऐसे भारतीय घरेलू सितारे जिन्हें टीम इंडिया की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिल पाता, जबकि वह घरेलू स्तर पर उम्दा प्रदर्शन कर रहे होते हैं। आइये हम आपको ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने रणजी ट्राफी, विजय हजारे ट्राफी और सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में बेहतरीन खेल दिखाया है। साथ ही उनका प्रदर्शन आईपीएल में भी अच्छा रहा है। ये वह लिस्ट है जिनमे 5 घरेलू खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में मौका जरूर मिलना चाहिए था: #1 श्रेयस अय्यर 21 साल के शीर्ष क्रम के मुंबई के इस बल्लेबाज़ को इस वक्त सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ माना जाता है। लेकिन उनके बीते सीजन बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भी टीम में उन्हें नहीं चुना गया। इस रणजी सीजन में अय्यर ने सबसे ज्यादा रन बनाये हैं। इस बल्लेबाज़ के खेल की वजह से ही मुंबई ने इस बार रणजी का ख़िताब अपने नाम किया है। अय्यर ने 11 मैचों में 73.38 की औसत और 92.70 की स्ट्राइक रेट से 1321 रन बनाये थे। उन्होंने इस दौरान 4 शतक और 7 अर्धशतक बनाये थे। इसके आलावा एक दोहरा शतक भी बनाया था। मुंबई के इस बल्लेबाज़ ने विजय हजारे ट्राफी में 6 मैचों में 37 के औसत और 101.36 के स्ट्राइक रेट से 222 रन बनाये थे। इस युवा बल्लेबाज़ ने घरेलू टी-20 में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 8 मैचों में 284 रन बनाये, जिसमें उनका औसत 35.50 और स्ट्राइक रेट 149.47 का रहा। उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 2.6 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि इस बल्लेबाज़ ने आईपीएल में 6 मैचों में मात्र 30 रन ही बनाये थे। #2 अखिल हर्वाडकर बाएं का हाथ का ये सलामी बल्लेबाज़ मुंबई के लिए खेलता है। 21 साल के इस बल्लेबाज़ का प्रदर्शन बड़े प्रारूप में काफी अच्छा रहा है। इस युवा बल्लेबाज़ ने रणजी सीजन 2015-16 में अपने टीम के साथी खिलाड़ी श्रेयस अय्यर के बाद सबसे ज्यादा 11 मैचों में 879 रन बनाये हैं। जहां उनका औसत 48.83 का रहा और उन्होंने 3 शतक और 4 अर्धशतक लगाये थे। ये सलामी बल्लेबाज़ मुंबई टीम का अभिन्न अंग है। विजय ट्राफी में 6 मैचों में 300 रन बनाये थे। इस बल्लेबाज़ का इस दौरान औसत 50 का और स्ट्राइक रेट 84.50 का था। हालांकि इस बल्लेबाज़ को अभी खुद को टी-20 में साबित करना है। लेकिन वह मुंबई की तरफ से खेल चुके हैं। आईपीएल में दिल्ली की टीम में थे। #3 रॉबिन उथप्पा इस 30 वर्षीय बल्लेबाज़ ने भारत के लिए 50 मैच खेले हैं। लेकिन उन्होंने अपना आखिरी मैच पिछले साल ज़िंबाब्वे के खिलाफ खेला था। एक समय उथप्पा को भारत का बड़ा खिलाड़ी माना जा रहा था। उनका घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन भी रहा है। कर्नाटक के इस बल्लेबाज़ के लिए बीता रणजी सीजन अच्छा रहा है। 8 मैचों में उन्होंने 759 रन 58.38 औसत से बनाये हैं। उन्होंने इस दौरान 3 शतक और 3 अर्धशतक भी लगायें हैं। कुर्ग में पैदा हुआ ये बल्लेबाज़ घरेलू टी-20 में भी कमाल का प्रदर्शन कर चुका है और 5 मैचों में 41 के औसत और 139.45 के स्ट्राइक रेट से 205 रन बनाये थे। हालाँकि उनका प्रदर्शन विजय हजारे ट्राफी में अच्छा नहीं रहा था। हालांकि आईपीएल में वह केकेआर की तरफ से खेलते हुए 15 मैचों में 26.26 की औसत और 136.33 की स्ट्राइक रेट से 394 रन बनाये थे। इस दौरान उन्होंने 3 अर्धशतक लगाये थे। #4 शाहबाज़ नदीम 26 साल के बाएं हाथ के इस स्पिन गेंदबाज़ ने साल 2015-16 रणजी सीजन में झारखंड की तरफ से खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था, फिर भी उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली। बिहार में पैदा हुए इस गेंदबाज़ ने इस बार रणजी ट्राफी में 9 मैचों में 51 विकेट लिया था। जहां उनका औसत 19.62 और स्ट्राइक रेट 41.3 का था। उन्होंने इस साल चार बार एक पारी में 5 विकेट लिए थे। विजय हजारे में भी नदीम ने 7 मैचों में 13 विकेट लिए थे। जहां उनका औसत 13.15 और स्ट्राइक रेट से 26.7 का रहा था। उन्होंने टूर्नामेंट में एक मैच में तो 15 रन देकर 3 विकेट भी लिया था। आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते हुए उन्हें सिर्फ 4 मैचों में खेलने का मौका मिला था। जहीर खान की कप्तानी में उन्होंने इस टूर्नामेंट में 2 विकेट लिए थे। #5 नमन ओझा 32 साल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ को एक समय देश का प्रतिभावान खिलाड़ी माना जाता था। लेकिन उन्हें टीम इंडिया की तरफ से मात्र 2 मैच ही खेलने को मिला है। वह भारतीय टीम के लिए अपना अंतिम मैच श्रीलंका के खिलाफ कोलम्बो में आखिरी टेस्ट में साल 2015 में खेलते हुए नजर आये थे। दायें हाथ का ये बल्लेबाज़ मध्यप्रदेश की तरफ से रणजी सीजन 2015-16 में काफी अच्छा प्रदर्शन कर चुका है। उन्होंने 9 मैचों में 46.07 की औसत से 645 रन बनाये हैं। उन्होंने 1 शतक और 6 अर्धशतक लगायें। उज्जैन में जन्में ओझा ने विजय हजारे ट्राफी 5 मैचों में 62.25 की औसत और 96.88 की स्ट्राइक रेट से 249 रन बनाये थे। वह एक अच्छे विकेटकीपर भी हैं। 32 साल का ये बल्लेबाज़ आईपीएल में सनराइज़र्स हैदराबाद के अहम खिलाड़ी थे। आईपीएल में 17 मैचों में उन्होंने 5 छक्कों की मदद से 136 रन बनाये। ओझा आईपीएल में एक बेहतरीन विकेटकीपरों में से एक थे। लेखक: सैकत, अनुवादक: मनोज तिवारी