क्रिकेट के खेल में कमेंट्री की भूमिका बेहद ही अहम रही है। जिसमें हर्षा भोगले जी आवाज काफी खास रही है। लेकिन इस साल बीसीसीआई ने भोगले को कोर कमेंट्री पैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। भोगले को इसका कारण नहीं बताया गया। हर्षा के फैन इस बात से बेहद नाराज हुए। और ये विवाद भी चर्चा का विषय बन गया। भोगले लम्बे से समय से क्रिकेट के बड़े आयोजनों से जुड़े रहे हैं। आईपीएल की नीलामी से लेकर हर बड़े मैच में हर्षा की आवाज गूंजती रही है। बहुत लोगों ने बीसीसीआई के इस निर्णय को महानायक अमिताभ बच्चन के किये गये उस ट्वीट को बताया। जिसमें उन्होंने लिखा था कि कैसे भारतीय कमेंटेटर अपने ही खिलाड़ियों की बुराई करते हैं। ये ट्वीट टी-20 वर्ल्डकप के दौरान महानायक ने किया था। उसके बाद एमएस धोनी ने भी इसके बारे में बयान दिया था। बहुत से लोग नागपुर स्टेडियम में अधिकारियों के हर्षा की बहस को कारण बताया। जहां भोगले को हिंदी और अंग्रेजी कमेंट्री के दौरान जगह बदलने में दिक्कते आयीं थी।