ज़हीर की पहली गेंद पर नो बॉल होने के बाद से ही भारत के लिए फ़ाइनल में कुछ अच्छा नहीं हुआ। टॉस जीतने के बाद, सचिन, द्रविड़ जैसे खिलाडी होने के बाद भी गांगुली ने पहले फ़ील्डिंग करने का निर्णय लिया। ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिंग के 140* रनों की मदद से 359/2 का स्कोर बनाया। यह निर्णय लेने के पीछे गांगुली ने बहुत से बहाने बताए। पर कप्तान होने के नाते, यह कोई ठीक नहीं है। मीडिया ने कहा कि इस फ़ैसले पर गांगुली के जीवन भर खेद रहेगा। भारत ने 40 ओवरों में 234 रन बनाए और 125 रनों से फाइनल हार गई। लेखक: प्रदीप कालामेगम, अनुवादक: सेहल जैन
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