सीपीएल 2016 में एक खिलाड़ी जो छोटे प्रारूप का ही विशेषज्ञ माना जाता है तो वह और कोई नहीं बल्कि सुनील नरेन हैं। सीनियर करियर में 281 मैच खेलने वाले नरेन ने फर्स्ट-क्लास में सिर्फ 13 मैच ही खेले हैं। इसलिए उन्हें लंबे प्रारूप में मौका नहीं देने का दूसरा विचार मन में नहीं आता है। मगर उनके रिकार्ड्स उनकी वापसी को सार्थक ठहराते हैं। 13 मैचों में नरेन ने 65 विकेट लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनील ने 6 टेस्ट में 21 विकेट लिए। हालांकि उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट न्यूजीलैंड के खिलाफ 2013 में खेला था, लेकिन नरेन में बल्लेबाज को परेशान करने की खास काबिलियत है। उन्हें दूसरा मौका देने में प्रबंधन को कोई दूसरा विचार लाने की जरुरत नहीं होगी। वेस्टइंडीज के पास लेग-स्पिनर मौजूद है, लेकिन वह एक अच्छे ऑफस्पिनर की तलाश में जरुर है क्योंकि ज्यादातर उसे पार्टटाइम स्पिनरों की मदद लेना पद रही है। नरेन की वापसी से वेस्टइंडीज की यह समस्या जरुर दूर हो सकती है।