भारतीय मूल के कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दूसरे देशों के लिए खेला है। क्रिकेट के इतिहास में इस लिस्ट के अनुसार हाशिम आमला का नाम सबसे सबसे ज़्यादा प्रमुख है। इनके अलावा वेस्टइंडीज टीम के भी कुछ खिलाड़ी इस सूची में आते हैं जिनमें पूर्व क्रिकेटर अलविन कालीचरण के साथ साथ मौजूदा दौर के दिग्गज स्पिनर सुनील नारेन भी शामिल हैं। यहां 5 ऐसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं जिन्होंने इतिहास की किताब में क्रिकेट रिकॉर्ड बनाकर अपना दर्ज कराया है। #1 रोहन कनहाई: भारतीय मूल के खिलाड़ी जिन्होंने वेस्टइंडीज की तरफ से खेला रोहन कनहाई उस वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा थे जिसने 1975 वर्ल्डकप अपने नाम किया था। बहर हाल, कनहाई भारतीय मूल के दूसरे ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने वेस्टइंडीज टीम में अपनी जगह बनाई थी। उनसे पहले सोनी रामधिन ने वेस्टइंडीज के लिए खेला था। पर रोहन को लोग ज़्यादा इसलिए जानते हैं क्योंकि उन्होंने इस टीम की कप्तानी भी की थी। रोहन ने वेस्टइंडीज के लिए 1973-74 के बीच में 13 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। रोहन की कप्तानी के दौरान टीम में अलविन कालीचरण, शिवनारायण चंद्रपॉल, रामनरेश सरवान जैसे खिलाड़ी शामिल थे। उनके नाम वेस्टइंडीज टीम का पहला वनडे कप्तान बनने का भी रिकॉर्ड है। (रोहन कनहाई से प्रेरित होकर ही गावस्कर ने अपने बेटे का नाम उनके नाम पर रखा था। और ये भी कहा था कि उनके जैसा बल्लेबाज़ मैंने अभी तक नहीं देखा है) #2 नासिर हुसैन: 150 फीट ऊंचा कैच पकड़ कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया नासिर हुसैन भारतीय मूल के दूसरे देशों से खेलने वाले खिलाड़ियों की सूची के सबसे मशहूर खिलाड़ी हैं। चेन्नई में जन्मे इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कप्तानी भी की है और सफल भी रहे हैं। वैसे तो इन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं पर हाल में ही एक बड़ा रिकॉर्ड बनाकर हुसैन ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया। नासिर ने लगभग 150 फीट की ऊंचाई से गिराए गए लाल बॉल को कैच कर ये कारनामा अपने नाम किया। जबकि 400 फीट से गिराए गए बॉल को कैच करने में वो असफल रहे थे। अपना नाम इस किताब में दर्ज करने के बाद नासिर बेहद खुश हैं। नासिर ने ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वो इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर पाएंगे। #3 लीज़ा स्थालेकर: पहली महिला जिन्होंने वनडे में 1000 रन भी बनाए और 100 विकेट भी लिए लीज़ा मौजूदा दौर में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की सबसे जानी मानी खिलाड़ी हैं। भारतीय मूल की ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की सबसे ऑलराउंडर खिलाड़ी बन चुकी हैं। उनके नाम वनडे में 1000 से ज़्यादा रन और 100 विकेट दर्ज हैं। साथ ही साथ वो ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटेर्स असोसीएशन की पहली महिला मेम्बर भी हैं। लीज़ा महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट लीग की संस्थापक भी रह चुकी हैं। लीज़ा उस महिला टीम का भी हिस्सा रही हैं जिसने 2013 में महिला वर्ल्डकप जीता था। उन्होंने आईपीएल 8 में कमेंट्री भी की थी। #4 आसिफ करीम: केन्या के कप्तान भी रहे हैं वनडे और डेविस कप में भारतीय मूल का ये खिलाड़ी केन्या टीम का बेहतरीन दाएँ हाथ का स्पिनर था। इन्होंने 1999 के वर्ल्ड कप में इस टीम की कप्तानी भी की थी। आसिफ को दक्षिण अफ्रीका में हुए 2003 वर्ल्डकप के दौरान टीम में भी रखा गया था। 2003 के वर्ल्डकप मैच के दौरान आसिफ ने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 8.2-6-7-3 का बेहतरीन प्रदर्शन किया और मैन ऑफ द मैच का भी पुरुस्कार हासिल किया। 1988 में डेविस कप के दौरान आसिफ ने केन्या टीम की कमान संभाली थी। #5 ब्रांस्बी बियूशंप कूपर: भारतीय मूल का पहला खिलाड़ी जिसने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला कूपर बाएँ हाथ के बल्लेबाज़ के साथ साथ एक बेहतरीन विकेटकीपर भी थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला मैच 1877 में मेलबोर्न में टेस्ट के रूप में खेला था। 15 मार्च 1844 को ढाका(ब्रिटिश इंडिया) में जन्मे कूपर पहले ऐसे भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं जिसने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेला। कूपर को उस मैच में कप्तान बनाने की उम्मेद थी पर कप्तानी डेव ग्रेगरी को दे दी गई,कूपर उस मैच में पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में मात्र 3 ही रन बना पाये और 2 कैच पकड़े। इत्तेफाक से ये उनका पहला और आखिरी टेस्ट मैच था। कूपर ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 1600 रन बनाए और 41 कैच के साथ साथ 20 स्टांपिंग भी की।