भारतीय क्रिकेट टीम ने 2011 विश्वकप अपने नाम किया, तो भारतीय कबड्डी टीम ने 2016 का विश्व कप अपने नाम किया था
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वर्तमान समय में भारत देश में क्रिकेट और कबड्डी खेल को सबसे ज्यादा सुर्खियाँ मिल रही हैं। एक तरफ जहाँ देश में धर्म से ऊपर कहे जाने वाले क्रिकेट खेल की छोटी सी जानकारी भी बड़ी खबर में तब्दील हो जाती है, तो दूसरी तरफ प्रो कबड्डी के शुरू होने से भारत का अपना कबड्डी खेल इस समय सबसे बेहतरीन चल रहा है। कबड्डी को विश्व में प्रसिद्ध करने के लिए पिछले 3 साल से प्रो कबड्डी ने अपना भरपूर योगदान दिया है। छोटे गाँव से आने वाले ख़िलाड़ी कबड्डी के जरिए विश्व में प्रसिद्ध हो गए हैं।
क्रिकेट में जहाँ भारतीय टीम टेस्ट और वनडे में नंबर एक स्थान पर चल रही है, तो भारतीय कबड्डी का परचम हमेशा से विश्व में लहरया है। यह दोनों खेल अपने आप में बहुत अलग है लेकिन कुछ चीज़ें ऐसी है जो एक समान है। जिसमें कबड्डी और क्रिकेट के खिलाड़ियों का प्रदर्शन एक उदहारण के तौर पर देखा जा सकता है और साथ ही उनकी खूबियाँ भी देखी जा सकती है।
5 ऐसे क्रिकेटर और कबड्डी ख़िलाड़ी जो एक समान हैं :सुरेंदर नाडा और भुवनेश्वर कुमार
क्रिकेट के अंतिम ओवरों में एक गेंदबाज और कबड्डी में एक डिफेंडर की भूमिका एक समान होती है। दोनों ही ख़िलाड़ी समझते है कि विपक्षी टीम को किस प्रकार से रोकना है और यह काम क्रिकेट में भारतीय टीम की तरफ से भुवनेश्वर कुमार करते हुए नजर आते हैं, तो कबड्डी में भारतीय टीम के दमदार डिफेंडर सुरेंदर नाडा इस कार्य को बखूबी निभाते हैं।
दोनों खिलाड़ियों में बहुत सी एक समान बाते हैं। दोनों ही भारत देश के एक छोटे गाँव से आते है और जिस राज्य (हरियाणा और उत्तर प्रदेश) से दोनों ख़िलाड़ी आते हैं वह खेल के मामले में सबसे बेहतरीन राज्य माने जाते है। क्रिकेट में जहाँ पारी के अंतिम ओवरों में भुवि अपनी सटीक लाइन लेंथ के साथ यॉर्कर गेंद और गति मिश्रण करके बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाते है, तो नाडा को भी डिफेंस में एंकल होल्ड और डैश में महारथ हासिल है। सुरेंदर नाडा ने भारतीय टीम के लिए विश्व कप जीता है, तो भुवनेश्वर कुमार ने आईपीएल सीजन 9 का खिताब अपने नाम किया है।