सात मैचों की छह पारियों में 91 रन में 15 की औसत और 198 के स्ट्राइक रेट से और 12 विकेट भी 15 की औसत और 6.71 की इकॉनमी से , 2007 के विश्व टी 20 टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ प्लेयर, ये शाहिद अफरीदी के टूर्नामेंट के आकड़े हैं । टूर्नामेंट के अंत में इस पुरस्कार को जीतने के योग्य तीन अन्य खिलाड़ी भी थे। भारत के युवराज सिंह ने पांच पारियों में 148 रनों की औसत से 30 रनों की औसत और 195 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए , जिसमें दो अर्धशतक भी शामिल हैं। भले ही संख्या बहुत अच्छी न रही हो, लेकिन भारत की जीत में उनकी पारियों का प्रभाव, टूर्नामेंट में आफरीदी की तुलना में काफी अधिक है। साथ ही युवराज की टीम के साथी आरपी सिंह और गौतम गंभीर पूरे टूर्नामेंट छाए रहे। आर पी ने 12 के एक औसत और 6.33 की इकॉनमी से 6 पारियों में 12 विकेट लिए और गंभीर ने 38 के औसत और 130 की स्ट्राइक दर से छह पारियों में 227 रन बनाए थे और अंत में एक मैच-जीतने वाली 75 रनों की पारी भी फाइनल में खेली थी और इस तरह से देखे तो इन तीन खिलाड़ियों का मैच जीतने में योगदान अफरीदी से पूरे टूर्नामेंट के दौरान रहा।