2009 विश्व ट्वेंटी 20 में पाकिस्तान सभी बाधाओं को पार करते हुए चैंपियंस के रूप में बाहर आया। यूनिस खान की टीम ने फाइनल में आठ विकेट से श्रीलंका को हराया। पाकिस्तान की जीत के पीछे दो मुख्य कारणों में ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी और तेज गेंदबाज उमर गुल थे। गुल ने सात मैचों में 13 विकेट लिये और टूर्नामेंट को 12 की औसत और 6.4 की इकॉनमी के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के तौर समाप्त किया। दूसरी तरफ, अफरीदी ने सात मैचों में 15 की औसत और 5.32 की इकॉनमी से 12 विकेट लिये। इसके साथ ही, उन्होंने सात पारियों में 35 रनों की औसत से 171 रन बनाए, जिसमें 141 की स्ट्राइक रेट, सेमी फाइनल और फाइनल में दो अर्धशतक भी शामिल रहे। 2007 विश्व टी 20 के विपरीत, आफरीदी इस बार टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ प्लेयर का ख़िताब पाने के हकदार थे, लेकिन श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान को उनके द्वारा 7 पारियों में 53 की औसत और 145 की स्ट्राइक रेट से बनाये गये 317 रनों के लिये यह पुरस्कार दे दिया गया।