जॉन डेविडसन को आसानी से कनाडा की टीम का चहरा कहा जा सकता है, डेविडसन कनाडा के लिए 2003 और 2011 वर्ल्डकप मिलाकर कुल 32 वनडे खेल चुके हैं। जॉन की सबसे यादगार पारी 2003 वर्ल्ड कप में आई थी जब वेस्टइंडीज़ के खिलाफ उन्होंने 67 गेंद पर ताबड़तोड़ रन बनाकर शतक जमाया, और ये सेंचुरी उस वर्ल्डकप की फास्टेस्ट सेंचुरी थी। हालांकि उनका शतक भी कनाडा को जीत दिलाने में कोई सफलता हासिल नहीं कर सका। उसी टूर्नामेंट में डेविडसन ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का तीसरा सबसे तेज़ अर्धशतक भी बनाया(उसी समय का)। 2003 में लगाया गया जॉन डेविडसन का शतक बिना किसी शक के कनाडा के लिए क्रिकेट का आज तक का सबसे यादगार पल है। इस साल के बाद 2004 में डेविडसन को नेश्नल टीम का कप्तान बना दिया गया और डेविडसन के खाते में एक और रिकॉर्ड दर्ज हो गया। 50 वर्ष बाद हुए कनाडा के पहले फर्स्ट क्लास मैच में डेविडसन ने 137 रन देकर 17 विकेट लेने का कारनामा किया, जो कि जिम लेकर के एक मैच में 19 विकेटों के बाद बेस्ट प्रदर्शन है। इसके अलावा उन्होंने बल्ले से 84 रन की पारी खेलकर USA को हराने में अहम भूमिका निभाई।