1900 के दौर में फॉकनर साउथ अफ्रीका के स्टार ऑलराउंडर हुआ करते थे। फॉकनर ने साउथ अफ्रीका के लिए 25 टेस्ट मैचों में 1754 रन बनाए हैं। जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ 204 रन है। इस दौरान उनका औसत 40.79 का रहा। फॉकनर बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी अहम योगदान देते थे। फॉकनर ने 82 विकेट चटकाए। उनका सर्वश्रेष्ठ 7 विकेट लेकर 84 रन है। फॉकनर ने पहले विश्व युद्धा में ब्रिटेन की ओर से हिस्सा लिया था। जिसके बाद वो मलेरिया से ग्रिसत हो गाए। इसके बाद ठीक होने के बाद फॉकनर ने एक बार फिर इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की। लेकिन उनकी वापसी कुछ खास नहीं रही और सिर्फ 1 मैच के बाद ही रिटायर हो गए। रिटायरमेंट के बाद फॉकनर ने लंदन में क्रिकेट स्कूल खोला, उस समय पहला क्रिकेट स्कूल था। जहां से डग राइट, इयान पिबल्स और डेनिस टोमिल्सन जैसे खिलाड़ी निकले। हालांकि ये स्कूल आर्थिक तंगी से जूझने लगा, जिसकी वजह से फॉकनर डिप्रेशन में चले गए। 10 सितंबर 1930 को उन्होंने अपने क्रिकेट स्कूल के स्टोर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उस समय फॉकनर 48 साल के थे।