इंग्लैंड क्रिकेट टीम के मौजूदा विकेटकीपर जौनी बैर्स्टो के पिता डेविड बैरिस्टो ने इंग्लैंड के लिए 4 टेस्ट और 21 वनडे मैच खेले। डेविड यॉर्कशायर के बेहतरीन खिलाड़ी थे। उन्होंने यॉर्कशायर के लिए 459 फर्स्ट क्लास मैच और 429 लिस्ट ए मैच खेले थे। डेविड ने 18 साल की उम्र में यॉर्कशायर के लिए डेब्यू किया। जिस दिन डेविड ने डेब्यू किया था उस दिन सुबह वो अपना इंग्लिश साहित्य के पेपर देकर आए, उसके बाद उन्होंने यॉर्कशायर के लिए विकेटकीपिंग की। डेविड के बेहतरीन बल्लेबाज के तौर पर भी अपनी पहचान बना चुके थे। जो लिमिटेड ओवरों के क्रिकेट में रन चेज करने में माहिर थे। डेविड के एक बार यॉर्कशायर को तब जीत दिलाई थी, जब उन्हें जीत के लिए 80 रन चाहिए थे और उनका सिर्फ 1 विकेट बाकी था। 1990 में क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद डेविड ने क्रिकेट कमेंट्री में भी हाथ आजमाए। हालांकि यॉकशायर मैनेजमेंट से उनके विवादों के चलते वो डिप्रेशन में चले गए। 1997 में डेविड बैर्स्टो ने टेबलेट की ओवरडोस लेकर आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन वो बच गए। इसके बाद 5 जनवरी 1998 में उन्होंने मार्टोन कम ग्रेफटोन, यॉर्कशायर में आर्थिक तंगी और पत्नी की बीमारी की वजह से आत्महत्या कर ली।