5 क्रिकेटर्स जो ओलंपिक्स में हिस्सा ले सकते थे

ms-dhoni-1472622984-800

विश्व का सबसे लोकप्रिय खेल महोत्सव ओलंपिक्स खत्म हो चूका है। जहां अमेरिका ने सबसे ज्यादा पदक हासिल किये और वहीं भारत को एक रजत और एक कांस्य पदक मिला। क्रिकेट जो भारत में एक धर्म है, दुर्भाग्य से वो ओलम्पिक का हिस्सा नहीं था। जब दुनिया भर के खिलाड़ी ओलम्पिक में अपने अपने खेल में पदक जीतने की होड़ में लगे थे, तब हमने ये सोचा कि क्या होता अगर ओलम्पिक में क्रिकेटर्स हिस्सा लेते तो? क्रिकेटर के रूप में नहीं बल्कि किसी और खेल में ? जेंटलमेन के इस खेल में उन्होंने हमें हमेशा अपनी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी से प्रभावित किया है। लेकिन अगर इन्हें ओलंपिक्स में हिस्सा दिया जाता तो कौनसा खिलाडी अपने-अपने देश के लिए कौनसा पदक लाता? यहां पर हम अपने चहेते क्रिकेटर्स के बारे में बात करेंगे जो अगर ओलम्पिक में हिस्सा लेते तो किस खेल में सफल होते: #1 महेंद्र सिंह धोनी - 100 मीटर की दौड़ भारतीय सीमित ओवर के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिस तरह से विकेटों के बीच दौड़ लगाते हैं, उससे कोई शक नहीं की उन्हें ओलम्पिक के 100 मीटर दौड़ में हिस्सा लेना चाहिए। अपनी कमाल की फिनिशिंग से कैप्टेन कूल शो में अपना जादू बिखेर देते। यहाँ पर वे रिकॉर्ड बनाकर भारत के लिए पदक लाते। कमेंटेटर उत्साहित स्वर में धोनी का नाम चिल्लाते। कुछ उसी तरह जैसे विश्व 2011 के आखरी गेंद पर धोनी द्वारा लगाए छक्के के बाद कमेंटटर्स ने जैसा उत्साह दिखाया था। भले ही वे उसैन बोल्ट को हराने में असफल होते लेकिन इससे उनके लिए बजनी वाली तालियां कम न होती। इससे उनपर बनने वाली फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत को हेलीकॉप्टर शॉट की जगह दौड़ने का अभ्यास करना पड़ता। #2 लसिथ मलिंगा- भाला फेंकना lasith-malinga-1460892298-800 श्रीलंका के खतरनाक गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा ओलम्पिक के भाला फेंकने की प्रतियोगिता में आसानी से पदक जीत सकते हैं। "स्लिंगा-मलिंगा" को हम गेंद की जगह भाला लेकर फेंकते हुए देखने का आसानी से सोच सकते हैं। उनके अलग गेंदबाज़ी एक्शन के कारण ये मुमकिन है। रंगीन बालों वाले, टैटू लगवाए भाला फेंकनेवाले इस खिलाडी की वैसे ही काफी सुर्खियाँ बनती। ओलम्पिक में माइकल फेल्प्स और उसैन बोल्ट जैसे स्टार्स की तरह ही उनका भी नाम चर्चित होता। “लसिथ मलिंगा ने भाले के साथ अपनी काबिलियत दिखाई। एकदम आसानी से इसे पूरा करते हुए उन्होंने श्रीलंका के लिए स्वर्ण पदक जीता।" #3 इशांत शर्मा- बास्केटबॉल ishant-1470289655-800 6 फ़ीट 4 इंच वाले इशांत शर्मा को बास्केट में गेंद डालने में कोई दिक्कत नहीं होती। ओलंपिक्स के लिए भारतीय बास्केटबॉल टीम में वे आसानी से जगह बना सकते थे। और उनकी बास्केटबॉल राष्ट्रिय स्तर की खिलाडी और मंगेतर प्रतिमा सिंह इशांत शर्मा के हुनर को निखारती। इशांत शर्मा तेज़ गेंदबाज़ भी हैं और इसलिए वे बास्केटबॉल कोर्ट पर फ़ास्ट-ब्रेक भी अच्छा करते। भले ही ईशांत शर्मा बाकि सेंटर खिलाडियों की तरह हठे-कट्टे नहीं होते लेकिन वे आसानी से विरोधियों को चकमा दे सकते थे। इससे वे भारतीय टीम के लिए कुछ अंक हासिल कर लेते। अगर इशांत शर्मा बास्केटबॉल कोर्ट पर थोड़ा अच्छा प्रदर्शन करते तो शायद उनका मजाक बनना कम हो जाता। अगर इशांत को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह न मिले तो वे बास्केटबॉल में अपना करियर बना सकते हैं। #4 क्रिस गेल- बॉक्सिंग gayle-celebrating-1472726264-800 एक बड़े ही ताकतवर बल्लेबाज़ वेस्टइंडीज़ के क्रिस गेल बॉक्सिंग रिंग में आसनी से उतर सकते थे। क्रिस गेल जैसे गेंद की धुलाई करते हैं उसी तरह वे अपने विरोधियों की भी धुलाई करेंगे बॉक्सिंग रिंग के अंदर। गेल के भारी भरकम बाजूओं के मुक्के से विरोधी का बचना लगभग न मुमकिन होगा। इससे मीडिया में ये बात फैलेगी कि क्रिस गेल ने 98 किलो वर्ग में बिना अधिक मेहनत के अपने विरोधी को पस्त करते हुए देश के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता। #5 जोंटी रोड्स- शूटिंग jonty-1454406459-800 दक्षिण अफ्रीका के ये पूर्व क्रिकेटर ने शूटिंग में अपनी किस्मत आजमाई रहती। जिस तरह से वे डायरेक्ट रन आउट किया करते थे, उससे एक बात समझ आती थी कि उनकी हाथ और आँखों का तालमेल बहुत अच्छा है। इसी के दम पर वे ओलंपिक के शूटिंग इवेंट्स में पदक जीत सकते थे। रोड्स एक उम्दा फील्डर भी थे और इसलिए वे चपलता के कारण जिमनास्टिक में भी अपना हाथ आजमा सकते थे। लेकिन उनका निशाना ज्यादा बेहतर है और इसलिए पिस्टल या राइफल के निशानेबाज़ी में उनसे पदक की ज्यादा उम्मीद है। लेखक: पीनाज़ काज़ी, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी