मनोज तिवारी की तरह ही प्रज्ञान ओझा भी टीम इंडिया से अंदर बाहर होते रहे हैं। ओझा ने क्रिकेट तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है। ओझा का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में प्रदर्शन काफी कंसीसटेंट रहा है। आईपीएल में भी वो डेक्कन चार्जर्स के लिए पहले ही सीजन में चैंपियन गेंदबाज रह चुके हैं। ओझा ने एशिया कप 2008 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे टीम में अपनी जगह बनाई। हालांकि ओझा को ज्यादा कामयाबी टेस्ट क्रिकेट में मिली। उन्होंने 24 टेस्ट में ही 113 विकेट हासिल किए। ओझा अभी 30 सिर्फ साल के हैं और ऐसे में ये कहना जल्दबाजी होगी कि टीम इंडिया में उनकी वापसी की राह बहुत मुश्किल है।