वेस्टइंडीज के लंबे कद के तेज गेंदबाज मैलकम मार्शल के बारे में कहा जाता है कि जब वह अपने कैरियर के चोटी पर थे तब उन्हें बेहोश करके भी नहीं रोका जा सकता था। हालांकि उस समय वेस्टइंडीज को तेज गेंदबाजों का खान कहा जाता था और उनके पास कई आदम कद-काठी के तेज गेंदबाज थे। मार्शल भी उनमें से एक थे। उन्होंने अपने कैरियर के 81 टेस्ट में 20.94 के शानदार औसत से 376 विकेट लिए। हां 20.94 के औसत से, जो कि टेस्ट क्रिकेट में 200 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे अच्छा औसत है। मार्शल की गेंदों में गेंदों में गजब की तेजी होती थी। वह वाकई में तेज था...बहुत तेज। एक चीज जो हमेशा उनको दूसरे गेंदबाजों से अलग करती थी, वह थी उनकी नियंत्रित लाइन-लेंथ और लेट स्विंग कराने की क्षमता। वह गेंद को हमेशा सही जगह पर पिच कराते थे और उनकी गेंद अक्सर अंतिम समय में स्विंग होकर अंदर या बाहर की तरफ जाती थी, जिससे बल्लेबाज परेशान हो जाते थे। क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद वे युवा क्रिकेटरों को क्रिकेट के गुर सिखाने लगें। लेकिन कोचिंग के दौरान ही उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर है। इसके बाद उन्होंने कोचिंग छोड़ दी और अपना इलाज कराने लगे। 4 नवंबर, 1999 को 41 वर्ष की छोटी सी उम्र में वह इस बीमारी से लड़ते-लड़ते हार गए। कहा जाता है कि जिस समय मार्शल की मौत हुई उस समय उनका वजन केवल 25 किलो था।