टी-20 क्रिकेट की जब पैदाइश हुई तो लोगों ने कयास लगाते हुए कहा कि इस प्रारूप में स्पिनरों की भूमिका काफी सीमित होगी। लेकिन बीते एक दशक में अगर हम नजर दौड़ाते हैं तो टी-20 क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजों की भूमिका बेहद ही व्यापक रही है। टी-20 क्रिकेट में लेग स्पिनर की भूमिका बेहद ही अहम है, सटीक लाइन-लेंथ से उन्हें टर्न सबसे ज्यादा मिलता है। टी-20 क्रिकेट एक सफल टीम में लेग स्पिनर का योगदान महत्वपूर्ण होता है। पिछले एक दशक से अमित मिश्रा ने इस बात को साबित किया है। इससे पहले अनिल कुंबले भी टी-20 क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। अपने पहले ही टेस्ट मैच में मिश्रा ने 5 विकेट लिए थे। लेकिन इस लेग स्पिनर को टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले। लेकिन अमित ने छोटे प्रारूप में कमाल का प्रदर्शन किया है। पिछले एक दशक से वह लगातार टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं। भारत के लिए वह टी-20 में सबसे ज्यादा विकेट ले चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट 18.2 है।