केप प्रांत के युवा क्रिकेटर डेव कैलाघन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना रास्ता बनाने की ओर अग्रसर थे। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेब्यू करने के बाद उनकी योजनाओं को तब धक्का लगा जब सितंबर 1991 में उन्हें टेस्टीक्युलर कैंसर का इलाज कराना पड़ा। इसकी वजह से डेव 1992 विश्व कप नहीं खेल सके। बीमारी से लड़ने के बाद कैलाघन ने एक वर्ष बाद मैदान पर वापसी की। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पहली यात्रा पर 143 गेंदों में 169 रन बनाए-जो उस समय का दक्षिण अफ्रीकी रिकॉर्ड था। इसके बाद उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करते हुए 32 रन देकर तीन विकेट लिए और दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई।
Edited by Staff Editor