क्या उम्र बस एक नंबर है ? इस बात को सच साबित किया था पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान ख़ान ने, जब संन्यास से लौटते हुए उन्होंने पाकिस्तान को अपनी कप्तानी में 1992 वर्ल्डकप का चैंपियन बनाया था। लेकिन क्या ये हमेशा सही होगा ? कहा जाता है कि आप जब अच्छे फ़ॉर्म में हों, तभी संन्यास ले लेना चाहिए ताकि शान से क्रिकेट से विदाई हो। कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने और मैथ्यू हेडन इसके बेहतरीन उदाहरण हैं जिन्होंने शानदार फ़ॉर्म में रहते हुए क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हम आपके सामने एक ऐसी ही फ़ेहरिस्त पेश कर रहे हैं जिसमें कुछ ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जो उम्रदराज़ होने के बावजूद क्रिकेट के किसी एक फ़ॉर्मेट में लगातार खेल रहे हैं। लेकिन इस सीज़न के अंत तक इन क्रिकेटरों की ओर से संन्यास की घोषणा भी हो सकती है। एक नज़र ऐसे 5 क्रिकेटर पर जिनके लिए ये सीज़न हो सकता है आख़िरी: # 5 शाहिद आफ़रीदी पाकिस्तान के इस शानदार ऑलराउंडर ने 1996 में सिर्फ़ 16 साल की उम्र में क़दम रखा था और आते ही एक सितारा बन गया। आफ़रीदी ने अपने क्रिकेट जीवन की पहली पारी में ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला था, जब श्रीलंका के ख़िलाफ़ 37 गेंदो में उन्होंने वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज़ शतक लगा दिया था। हालांकि क़रीब दो दशक के बाद कोरे एंडरसन ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा था, जब 36 गेंदो पर उन्होंने शतक बना दिया था और फिर उसे एबी डीविलियर्स ने 31 गेंदो पर अपने नाम कर लिया। टेस्ट और वनडे से तो इस पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने संन्यास ले लिया है, लेकिन टी20 में वह अभी भी अपने को उपलब्ध बताते रहते हैं। हालांकि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टी20 मैच के लिए उन्हें पाकिस्तान टीम में शामिल नहीं किया गया है। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि 36 साल के शाहिद आफ़रीदी अब क्रिकेट के इस सबसे छोटे फ़ॉर्मेट से भी संन्यास ले सकते हैं। #4 मिस्बाह-उल-हक़ मिस्बाह-उल-हक़ पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान हैं और हाल ही में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 4 टेस्ट सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-2 से सीरीज़ ड्रॉ कराई और पाकिस्तान को टेस्ट की नंबर-1 टीम भी बनाया। लेकिन सीमित ओवर क्रिकेट से मिस्बाह संन्यास ले चुके हैं। 42 वर्षीय मिस्बाह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट में न सिर्फ़ बेहतरीन कप्तान हैं, बल्कि अपने टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में से एक भी हैं। मिस्बाह ने 65 टेस्ट मैचो में 4634 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मौजूदा टेस्ट कप्तान मिस्बाह के आड़े उनकी उम्र आ रही है, और यही वजह है कि कभी भी ये खिलाड़ी क्रिकेट को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह सकता है। #3 रंगना हेराथ श्रीलंका का ये बाएं हाथ का स्पिनर भले ही आकर्षक या अनोखा न हो, लेकिन अपनी सटीक गेंदबाज़ी से सभी का चहेता ज़रूर है। टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे रंगना हेराथ पिछले कई सालों से श्रीलंकाई स्पिन विभाग की अगुवाई कर रहे हैं। हेराथ ने सीमित ओवर के क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अभी भी हेराथ की हुंकार जारी है। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हाल ही में ख़त्म हुई सीरीज़ में हेराथ ने अपने प्रदर्शन के दम पर कंगारुओं का सूपड़ा साफ़ किया था। 38 वर्षीय रंगना हेराथ ने 3 मैचो की सीरीज़ में 28 विकेट झटके थे, मुथैया मुरलीधरण की छत्रोछाया में खेलने वाले हेराथ के दिमाग़ में भी संन्यास का ख़्याल चल रहा रहा होगा, आने वाले वक़्त में हेराथ भी अपने संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। #2 क्रिस गेल सीमित ओवर क्रिकेट में क्रिस गेल से ख़तरनाक बल्लेबाज़ मौजूदा दौर में शायद ही कोई हो, कुछ ही गेंदो में मैच का पासा पलटने वाला ये कैरेबियाई बल्लेबाज़ क्रिकेट में कई रिकॉर्ड का मालिक भी है। वनडे वर्ल्डकप में इकलौते दोहरे शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड उनमें से एक है। 37 वर्षीय गेल दुनिया के पहले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 400 से ज़्यादा छक्के लगाए हैं। टी20 क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर भी गेल के ही नाम है जो उन्होंने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलते हुए लगाया था। हाल ही में वर्ल्ड टी20 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भी गेल ने शानदार शतक जड़ा था। हालांकि क्रिस गेल को फ़िट्नेस की समस्या लगातार परेशान कर रही है, आईपीएल में भी खब्बू बल्लेबाज़ क्रिस गेल को कई मैचो में बाहर बैठना पड़ा था। अमेरिका में हुई टी20 सीरीज़ में भी गेल फ़िट्नेस की वजह से भारत के ख़िलाफ़ हुए दो मैचो में नहीं खेल पाए। लिहाज़ा वेस्टइंडीज़ के इस बल्लेबाज़ के ज़ेहन में भी संन्यास का विचार कौंध रहा होगा। #1 एम एस धोनी एक वर्ल्डकप, एक वर्ल्ड टी20, एक चैंपियंस ट्रॉफ़ी, दो आईपीएल और एक चैंपियंस लीग और साथ ही साथ टेस्ट में भारत को पहली बार नंबर-1 बनाने का श्रेय इस भारतीय कप्तान को जाता है, जिसे लोग महेंद्र सिंह धोनी के नाम से जानते हैं। इससे ज़्यादा क्या और कुछ उम्मीद की जा सकती है ? वर्ल्ड टी20 से ठीक पहले धोनी से जब एक पत्रकार ने उनके संन्यास के बारे में पूछा था वह काफ़ी चिड़चिड़े हो गए थे। धोनी ने जवाब देते हुए कहा था, “कौन सी चीज़ कब होनी और क्यों होनी है ये सवाल करना हमेशा सही नहीं होता। अगर आपको सवाल पूछने का मंच मिला है तो इसका मतलब ये नहीं कि एक ही सवाल आप बार बार पूछते रहें जिसका जवाब देना मुझे पसंद नहीं।“ भारत के किसी भी कप्तान का जीत प्रतिशत धोनी के आस पास नहीं है, भारतीय क्रिकेट इतिहास के निसंदेह धोनी सबसे सफल और बड़े कप्तान हैं। धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अब सीमित ओवर में खेल रहे हैं, लेकिन 35 वर्षीय धोनी कब तक खेलते रहेंगे, ये अपने में एक बड़ा सवाल ज़रूर है। हाल में विकेट के पीछे तो धोनी का प्रदर्शन बिल्कुल वैसा ही जिसके लिए वह जाने जाते हैं, लेकिन विकेट के सामने महेंद्र सिंह धोनी अपने बल्ले से निराश ज़रूर कर रहे हैं। यही वजह है कि अब ऐसा लगने लगा है कि धोनी अपने संन्यास पर कोई बड़ा ऐलान जल्द ही कर सकते हैं।