उत्तर प्रदेश का ये लेग स्पिनर उन चुनिंदा भाग्यशाली खिलाड़ियों में से एक है जो बहुत कम इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बावजूद दो वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा रहा है। पियूष चावला ने 2006 में इंटरनेशनल डेब्यू किया, लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। जल्द ही पियूष टीम से बाहर हो गए। पिछले 10 सालों में उन्होंने मात्र 3 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 38.57 की औसत से उन्होंने 7 विकेट लिए हैं। वहीं इसी दौरान उन्होंने 25 वनडे मैचों में 34.90 की औसत से 32 विकेट झटके। भारतीय टीम में इस समय रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, अमित मिश्रा जैसे गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे में पियूष चावला की वापसी काफी मुश्किल दिखती है।
Edited by Staff Editor