अश्विन तमिलनाडु की ओर से लगातार रणजी में बेहतरीन खेल दिखा रहे थे। जिसके बाद आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स में उन्हें 2010 में खेलने का मौका मिला। टूर्नामेंट में अश्विन का प्रदर्शन शानदार रहा और जल्द ही उन्हें भारतीय वनडे टीम में जगह मिल गयी। उसके अगले ही साल उन्हें टेस्ट में भी डेब्यू करने का मौका मिल गया। अश्विन का प्रदर्शन उपमहाद्वीप में भारत की कई यादगार जीत का गवाह बना। लेकिन ये सब धोनी के बगैर संभव नहीं था। अश्विन हालांकि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उतने प्रभावी नजर नहीं आये। लेकिन दबाव की परिस्थितियों में जब भी गेंद धोनी ने उन्हें सौंपी अश्विन ने विकेट लेकर दिखाया।