
सीमित ओवर के क्रिकेट में ही नहीं बल्कि कोहली को धोनी ने बड़े प्रारूप में भी मौका दिया। सीमित ओवर में विराट कोहली को तीसरे क्रम पर धोनी ने मौका दिया था। जहां उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए धोनी ने उन्हें टेस्ट में भी मौका दिया। हालांकि साल 2011-12 में कोहली ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर असफल साबित हो रहे थे। लेकिन धोनी ने उन्हें तीसरे टेस्ट मैच में मौका दिया। जहां कोहली ने अर्धशतकीय पारी खेली और एडिलेड में शतक लगाकर आलोचकों को जवाब दिया। “साल 2012 में चयनकर्ता रोहित शर्मा को कोहली की जगह पर्थ टेस्ट में मौका देना चाहते थे। मैं टीम का उपकप्तान था और धोनी टीम के कप्तान थे। हमने तय किया कि कोहली को अंतिम 11 में मौका दिया जायेगा। बाकी तो अब इतिहास गवाह है।” ये बात वीरेन्द्र सहवाग ने बोली थी। उसके बाद से कोहली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। धोनी ने बतौर कप्तान इन सभी खिलाड़ियों के खराब समय में मौके देकर उन्हें आगे बढ़ने में मदद की है। ऐसे में अब समय आ गया है कि ये सभी खिलाड़ी धोनी के लिए साल 2019 में वर्ल्डकप जीतकर अहसान चुकता करें।