5 क्रिकेटर जिन्होंने अंडर-19 और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट दो अलग-अलग देशों के लिए खेला

ऐसा कई बार हुआ है, जब बहुत से खिलाड़ियों ने अंडर-19 क्रिकेट अपने जन्म स्थान वाले देश में और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट किसी और देश के लिए खेला है। इसके पीछे की वजह कई बार बेहतर करियर, तो कई बार अन्य कारण भी रहे हैं। जिनकी वजह से खिलाड़ियों ने खेलने के लिए देश ही बदल दिया है। हर खिलाड़ी का सपना लम्बा और शानदार करियर बनाना होता है। क्योंकि खेल से उनकी भावना जुड़ी होती है। आज इस लेख में हम ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में आपको बता रहे हैं, जिन्होंने अंडर-19 क्रिकेट और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट अलग-अलग देशों के लिए खेला है: इमरान ताहिर, पाकिस्तान मोहम्मद इमरान ताहिर साल 2011 से दक्षिण अफ़्रीकी टीम के कोर सदस्यों में से एक हैं। हालांकि वह दक्षिण अफ्रीका की तरफ से खेलने की पात्रता भी उन्हें 2011 में ही मिली थी। पाकिस्तान के लाहौर में पैदा हुए ताहिर ने अंडर-19 स्तर की क्रिकेट 1998 में पाकिस्तान के लिए खेला था। इस लेग स्पिनर ने 16 वनडे मैचों में 15 विकेट लिए थे। दक्षिण अफ्रीका में हुए अंडर-19 वर्ल्डकप में इमरान ताहिर पाक टीम का हिस्सा थे। जहां उन्होंने 6 मैचों में 7 विकेट लिए थे। कोलिन डीग्रैंडहोम, ज़िम्बाब्वे टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए 41 रन देकर 6 विकेट लेने वाले ग्रैंडहोम न्यूज़ीलैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। लेकिन ग्रैंडहोम का जन्म ज़िम्बाब्वे में हुआ था और वहीं से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। अंडर-19 स्तर पर कॉलिन ज़िम्बाब्वे की तरफ से खेले थे। जहाँ वर्ल्डकप में उन्होंने 94 रन बनाये थे। जिसमें श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 41 रन की पारी खेली थी। साल 2006 में उन्होंने ज़िम्बाब्वे छोड़ न्यूज़ीलैंड चले आये जहाँ वह ऑकलैंड की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने लगे। उन्हें पिछले साल कीवी टीम में चुना गया है। गैरी बैलेंस, ज़िम्बाब्वे विस्फोटक लबड़हत्था बल्लेबाज़ ने इंग्लिश काउंटी में यॉर्कशायर की तरफ से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। घरेलू स्तर पर उनके प्रदर्शन को नोटिस करते हुए अंग्रेज चयनकर्ताओं ने उन्हें इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में चुन लिया। हालांकि इंग्लैंड की तरफ से खेलने से पहले बैलेंस ज़िम्बाब्वे की तरफ से 2006 में अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके थे। जहां श्रीलंका में हुए वर्ल्डकप में उन्होंने 5 मैचों से 137 रन बनाये थे। इसके अलावा बैलेंस ने उस वर्ल्डकप में इंग्लैंड के खिलाफ 47 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ़ द मैच का अवार्ड भी मिला था। ग्रांट इलियट, दक्षिण अफ्रीका कीवी ऑलराउंडर जो लगातार टीम में बना रहा। इसके अलावा ग्रांट इलियट ने साल 2015 के सेमीफाइनल में 84 रन की शानदार पारी खेलकर प्रोटेस खिलाड़ियों के आँखों में आंसू ला दिया था। लेकिन न्यूज़ीलैंड की तरफ से खेलने से पहले इलियट दक्षिण अफ्रीका की अंडर-19 टीम में खेल चुके थे। जहां दक्षिण अफ्रीका में हुए वर्ल्डकप में उन्होंने 6 मैचों में 130 रन बनाये थे। जिसमें 45 रन उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। इलियट की उम्र उनपर हावी हो गयी है, जिसकी वजह से उन्हें वापसी करने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने आखिरी बार कीवी टीम के लिए भारत में हुए टी-20 वर्ल्डकप में खेला था। जोनाथन ट्राट, दक्षिण अफ्रीका जोनाथन ट्राट ने इंग्लैंड के लिए टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में खूब रन बनाये हैं। जिसमें 13 शतक भी शामिल हैं। लेकिन अंडर-19 क्रिकेट वह दक्षिण अफ्रीका की तरफ से खेले थे। उस दौरान ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्डकप में जोनाथन ने 156 रन 6 मैचों में बनाये थे। इसके अलावा उन्हें विकेट भी मिला था। साल 2015 मई में अचानक जोनाथन ट्राट ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। हालांकि वह घरेलू स्तर पर अभी भी खेल रहे हैं।