90 के दशक में ज़िम्बाब्वे की जान हुआ करते थे पॉल। अपनी लेग स्पिन और गुगली की बदौलत कई बड़े बड़े बल्लेबाजों को धुल चटाई है इन्होंने। पर राजनीतिक गतिविधियों की वजह से उन्हें अपने घर से दूर रहना पड़ा जिसके बाद उन्हें आर्थिक झटका लगा और वो ग़रीबी की कगार पर आ पहुंचे। पॉल को विद्रोह और आत्महत्या की वजह से जेल में भी जाना पड़ा। उसके बाद उन्होंने योगा के माध्यम से अपनी ज़िन्दगी फिर से शुरू की। पॉल ने 1995 से 2001 के बीच में ज़िम्बाब्वे के लिए 26 टेस्ट और 49 वनडे मैच खेले हैं जिनमें उनके नाम 56 और 46 विकट दर्ज है।