मंसूर अली खान पटौदी ने 21 वर्ष की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाई। लेकिन कुछ ही महीने के बाद के कार दुर्घटना में उनकी दाई आंख की रौशनी चली गयी। लेकिन इस करिश्माई बल्लेबाज़ और कप्तान ने भारत को 1967 में विदेश में पहला टेस्ट जितवाया था। 46 टेस्ट मैचों में 35 के करीब औसत से 6 शतक की मदद से उन्होंने 2,793 रन बनाये थे। उनका उच्चस्कोर फिरोजशाह कोटला में इंग्लैंड के खिलाफ 203 रन था। इफ्तिखार अली पटौदी ने भारत और इंग्लैंड दोनों टीमों के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था। जबकि उनका अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर मात्र 6 मैचों का था। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1932 में शतक बनाया था। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 3 टेस्ट मैच खेला था। उसके बाद 12 साल बाद उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से 1946 में डेब्यू किया। 3 टेस्ट मैचों में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं था। जिसकी वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा था।