5 क्रिकेट कौशल जिन्हें पाना बहुत मुश्किल है

क्रिकेट उन खेलों में से एक है, जिनमे उच्चतम स्तर पर खेल को खेलने के लिये अद्वितीय कौशल की आवश्यकता होती है। जब विशेषज्ञों की बात आती है, तो यह अधिक विविधतापूर्ण हो जाता है। स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों के लिए, बड़े और सफल करियर के लिये कई तरह के कौशल की जरूरत है और यह बल्लेबाजों के लिए भी उच्चतम स्तर पर सफलता के झंडे गाड़ने के लिए अपने कौशल का सम्मान करना जरुरी होता हैं।

हालांकि, क्रिकेट के कुछ कौशल ऐसे भी है जिनमे माहिर होना बेहद कठिन होता हैं। ऐसा करने में जो खिलाड़ी सफल होते है, उनको खेल के महानों के बीच गिना जाता है।

तो, आइए पांच ऐसी विधाओं पर एक नज़र डालें जिनमे कि क्रिकेटरों के लिये माहिर होना बहुत मुश्किल होता है:

# 5 रिवर्स स्विंग

पूरानी गेंद को गति के साथ घूमाने का कौशल, अक्सर 1970 के दशक और 80 के शुरुआती दशक में पाकिस्तान की टीम के तेज़ गेंदबाजों में पायी गयी। सरफराज नवाज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस विधा को सामने लाया और फिर उन्होंने इमरान खान को अपना ये गुप्त हथियार दिया और देखते ही देखते पाकिस्तानियों ने अपने विपक्षियों को मैदान पर रिवर्स स्विंग के माध्यम से डराते हुए विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा कायम किया।

गेंद की चमक एक ओर बनाए रखना, जबकि दूसरे पक्ष की चमक जाने देना, यह इस विधा का पहला कदम है। तेजी से गेंदबाजी कर सकना, और गेंद के घुमाव पर नियंत्रण कर सकना, इस कौशल को विशेष बनाता है। इस कला के दम पर उन वर्षों में, उन्होंने दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी लाइन-अप तक का मैदान पर मजाक बना दिया। इंग्लैंड ने 2005 एशेज श्रृंखला के दौरान रिवर्स स्विंग के कौशल को दोहराया। रिवर्स स्विंग एक बेहद कठिन कौशल है और केवल कुछ टीमें ही पुरानी गेंद से यह करने में सक्षम है।# 4 ऑन ड्राइव

f6f67-1509738641-800

यह क्रिकेट में खेले जाने वाले सबसे मुश्किल आक्रमक शॉट में से एक है और विकेट के सामने खेले जाने वाले सबसे अधिक आक्रमक शॉट इससे प्राप्त होते हैं। इसके लिये बल्लेबाजों को बेहतरीन तकनीक की आवश्यकता होती है ताकि वे अपने ड्राइव को अच्छे प्रभाव के साथ खेल सकें।

कुछ ऐसे शॉट हैं जिनके लिए एक खिलाड़ी के पास एक ख़ास किस्म की टाइमिंग के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाली तकनीक की आवश्यकता होती है, साथ ही शॉट चयन की गहरी समझ होना भी जरुरी है। ऑन ड्राइव उन शॉट में से एक है जिसमे गेंद सीधे गेंदबाज और मिड ऑफ फील्डर के बीच निकलती, साथ ही दर्शकों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षक शॉट में से एक है।# 3 स्लिप कैचिंग

267f9-1509738711-800

पिछले दो दशकों या उससे भी ज्यादा समय में स्लिप क्षेत्ररक्षण के चलते क्रिकेट ने बहुत से मैच बदलते देखे है। आजकल स्लिप में गेंद पकड़ना एक ऐसा पहलू है जिसमे हाल के दिनों में भारी गिरावट देखी गयी है। जहाँ तक क्षेत्ररक्षण की बात है तो यह उसका सबसे कठिन पहलू है।

एक स्लिप फील्डर को न केवल अच्छे सजग रहने की ज़रूरत होती है बल्कि एक तेज गेंदबाज की सहायता के लिए एकाग्रता की भी बहुत आवश्यकता होती है। उन्हें ठीक से खड़े होना तो तय करना होता ही है और साथ ही अवसरों का इंतजार करना है, जबकि कुछ अन्य क्षेत्ररक्षक उसके अगल बगल दिखते रहते हैं। ओर, जब कैच आते हैं, तो उन्हें अच्छे से लपकने के लिये फील्डर को स्लिप में वाकई तेज़ तो होना ही चाहिये औरअच्छा हाथ भी होने चाहिए।

इन मुश्किलों के चलते ही क्रिकेट इतिहास में महान स्लिप क्षेत्ररक्षकों की संख्या काफी कम रही है।# 2 दूसरा

e3863-1509738772-800

दूसरा एक प्रकार से एक ऑफ स्पिनर द्वारा फेकी गयी लेग स्पिन के तौर पर उभरी थी। पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक के उद्भव के साथ इस कला 'दूसरा' का क्रिकेट की दुनिया में प्रवेश हुआ। सक़लैन ने बतौर गेंदबाज़ अपने गेंदबाज़ी एक्शन बिना किसी भी उल्लेखनीय परिवर्तन किये दाएं हाथ के बल्लेबाजों से तेजी से गेंद को दूर करना शुरू कर दिया और फलस्वरूप खुद को दुनिया के सबसे घातक गेंदबाज में बदल दिया।

पिछले कुछ वर्षों में, बहुत सारे स्पिनरों ने इस कला में माहिर होने की कोशिश की है और केवल गिनती के गेंदबाज़ ही बिना अपने गेंदबाजी एक्शन में परिवर्तन किये ऐसा करने में सफल रहे हैं। मुथैया मुरलीधरन और हरभजन सिंह हाल के वर्षों में इस कला में माहिर रहे हैं। बहुत से अन्य खिलाड़ियों ने भी इसमें सफलता पाने का प्रयत्न किया है और सख्त आईसीसी कानूनों के कारण गेंदबाजी एक्शन ख़राब हो जाने के चलते प्रतिबन्ध या फिर नये गेंदबाज़ी एक्शन को अपनाने पर मजबूर होना पड़ा। 'दूसरा' एक ऐसी विधा है, जिसमे मजबूत कलाई और अभ्यास के लिये घंटों का समय लगता है।# 1 फ्लिपर

1b872-1509746765-800

फ्लिपर एक लेग स्पिनर की सबसे जादुई गेंदों में से एक है। यह बिलकुल सही ढंग से फेकी जाने पर सबसे विनाशकारी गेंदों में से एक हो जाती है, विश्व भर के अग्रणी कलाई-स्पिनरों ने कुछ बेहतरीन बल्लेबाजों के विकेट इन्ही गेंदों का इस्तेमाल कर लिया है। यह क्रिकेट खेल की सबसे मुश्किल गेंदों में से एक है। क्रिकेट खेल के इतिहास के दौरान, केवल कुछ ही लेग स्पिनरों ने इसे फेक पाने में सफलता पाकर इसका निरंतर उपयोग करने में खुद को सक्षम बनाया है।

कई लेग स्पिनरों ने इस गेंद पर पूरी तरह से निपुणता हासिल करने की कोशिश की और इसमें विफल रहे। शेन वॉर्न आधुनिक युग में इस गेंद का प्रयोग कर पाने वाले सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ बनकर उभरे थे।

Edited by Staff Editor
App download animated image Get the free App now