दूसरा एक प्रकार से एक ऑफ स्पिनर द्वारा फेकी गयी लेग स्पिन के तौर पर उभरी थी। पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक के उद्भव के साथ इस कला 'दूसरा' का क्रिकेट की दुनिया में प्रवेश हुआ। सक़लैन ने बतौर गेंदबाज़ अपने गेंदबाज़ी एक्शन बिना किसी भी उल्लेखनीय परिवर्तन किये दाएं हाथ के बल्लेबाजों से तेजी से गेंद को दूर करना शुरू कर दिया और फलस्वरूप खुद को दुनिया के सबसे घातक गेंदबाज में बदल दिया।
पिछले कुछ वर्षों में, बहुत सारे स्पिनरों ने इस कला में माहिर होने की कोशिश की है और केवल गिनती के गेंदबाज़ ही बिना अपने गेंदबाजी एक्शन में परिवर्तन किये ऐसा करने में सफल रहे हैं। मुथैया मुरलीधरन और हरभजन सिंह हाल के वर्षों में इस कला में माहिर रहे हैं। बहुत से अन्य खिलाड़ियों ने भी इसमें सफलता पाने का प्रयत्न किया है और सख्त आईसीसी कानूनों के कारण गेंदबाजी एक्शन ख़राब हो जाने के चलते प्रतिबन्ध या फिर नये गेंदबाज़ी एक्शन को अपनाने पर मजबूर होना पड़ा। 'दूसरा' एक ऐसी विधा है, जिसमे मजबूत कलाई और अभ्यास के लिये घंटों का समय लगता है।