मुथैया मुरलीधरन के संन्यास लेने के बाद श्रीलंका के रंगना हेराथ ने टीम के स्पिन गेंदबाज़ी की कमान अपने कंधों पर ले ली है और सच कहा जाए तो वह इसमें काफी हद तक सफल भी रहे हैं। लेकिन इसके पीछे का कारण है कि उनकी टीम ने अधिकतर मैच भारतीय महाद्वीप में खेले हैं, जिसमें से ज्यादा अपने ही घर श्रीलंका में खेले हैं। अगर हम उनके विदेशी दौरों पर प्रदर्शन की बात करें तो हमे पता चलेगा कि इन दोनों जगह की प्रदर्शन में कितना अंतर है। श्रीलंका में 38 टेस्ट मैचों में उनके नाम 300 में से 203 विकेट हैं। बाकि 31 टेस्ट मैच जो हेराथ ने श्रीलंका के बाहर खेले हैं, उसमें उन्होंने 97 विकेट हासिल किये हैं। जहां उनका औसत श्रीलंका में 24.58 हैं वहीं विदेशों में ये बढ़कर 39 हो जाता है। इंग्लैंड में खेले 7 टेस्ट मैचों में हेराथ ने 47.58 की औसत से 17 विकेट लिये हैं। वहीं न्यूजीलैंड में उन्होंने 4 मैच में 64 की औसत से 8 विकेट हासिल किये। गाले और कोलंबो पर राज करनेवाले श्रीलंका के मुख्य स्पिनर ऐसा कीर्तिमान विदेशों में करने से असफल रहे हैं।