पाकिस्तान का इतिहास तेज़ गेंदबाज़ों को लेकर सालों से अच्छा रहा है। ऐसे ही एक गेंदबाज हैं उमर गुल। 2003 में डेब्यू कर के उन्होंने सभी को प्रभावित किया था लेकिन उसके बाद उनकी गेंदबाज़ी फीकी पड़ने लगी और वह अपनी चमक खोते बैठे। 47 टेस्ट मैचों में गुल ने 163 विकेट लिये हैं, लेकिन अपने देश से बाहर खेले गए मैच में उनके नाम कम विकेट हैं और यही कारण हैं कि वह लगातार मुख्य टीम का हिस्सा नहीं होते। घर पर खेले 11 टेस्ट मैचों में गुल के नाम 27.17 की औसत और 48 की स्ट्राइक से 52 विकेट हैं। लेकिन अपने देश के बाहर उनका प्रदर्शन ऐसा नहीं रहा। 2009 में पाकिस्तान दौरे पर गयी श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तान का होम ग्राउंड UAE है। गुल ने UAE की 10 अलग अलग जगहों पर मैच खेले, लेकिन हर जगह उनका प्रदर्शन गिरता चला गया। इस 32 वर्षीय खिलाडी ने UAE में 10 टेस्ट मैच खेले और 30.10 की औसत और 55.4 की औसत से 37 विकेट अपने नाम किये। इस आकंड़े में और ज्यादा गिरावट देखी जाती है जब गुल पाकिस्तान या UAE के बाहर मैच खेलने जाते हैं। 26 विदेशी टेस्ट मैचों में गुल के नाम 74 विकेट हैं जहां पर उनकी औसत 40.89 और स्ट्राइक रेट 68.2 है। इन आंकड़ो से साफ़ पता चलता है की उनका प्रदर्शन विदेशी जमीन पर अच्छा नहीं है।