धवन, जो घरेलू सर्किट में दिल्ली के लिए खेलते हैं, उन्होंने अंडर-17 और अंडर-19 के तहत दोनों स्तरों पर टीम पर टीम का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने बांग्लादेश में हुए 2004 के आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और 84.16 के औसत से सात मैचों में 505 रनों के साथ टीम इंडिया के लिए सर्वाधिक रन-स्कोरर रहे, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 155* रन था। ढाका में खेले गये सेमीफाइल मैच के दौरान भारत पाकिस्तान के हाथों पांच विकेट से हार गया लेकिन धवन को बल्ले के साथ अपनी धमक जमाने के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के पुरस्कार से नवाजा गया। नवंबर 2004 में रणजी ट्रॉफी के लिए शुरुआत करने वाले धवन को दिल्ली की तरफ से खेलते हुए कुछ प्रभावशाली प्रदर्शनों के बावजूद अपने वरिष्ठ टीम में डेब्यू करने के लिए छह साल का समय लगा था। आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियंस के साथ अपनी पारी की वजह से उन्हें अक्टूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की की। उन्होंने उस सीरीज़ में अपने वनडे करियर की शुरुआत की और जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 के लिए पर्दापण किया। 2012-13 के घरेलू सर्किट में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के चलते उन्होंने मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित टेस्ट मैच में शुरुआत करने का मौका मिल गया।