इंग्लैंड के युवा तेज गेंदबाज़ टायमल मिल्स सिर्फ टी-20 फॉर्मेट में ही खेलते हैं। इस तरह कई भारतीय खिलाड़ी भी सिर्फ एक ही फॉर्मेट में खेलते हैं। आइये डालते हैं ऐसे 5 भारतीय खिलाड़ियों पर एक नजर:
मुरली विजय (टेस्ट)
मुरली विजय बीते 5 सालों से लगातार भारत के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं। लेकिन वह रंगीन जर्सी में ज्यादा मैदान पर नहीं दिखे हैं। वहीं टेस्ट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। साल 2013 में टीम में वापसी करने के बाद विजय ने शीर्ष क्रम में खेलते हुए कई बेहतरीन प्रदर्शन किये हैं। जबकि उनके साथी बदलते रहे हैं।
विजय ने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश में शतक ठोंके हैं। जिससे उनके प्रदर्शन का अंदाजा लगाया जा सकता है। साल 2015 के वर्ल्डकप के लिए वह टीम में जगह पाने के प्रबल दावेदार थे। लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। भारत के लिए आखिरी वनडे विजय ने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।
सुरेश रैना (टी-20)
एक समय रैना वनडे और टी-20 में भारतीय टीम के स्थायी सदस्य हुआ करते थे। लेकिन खराब फॉर्म के चलते उनकी वनडे टीम से साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका के साथ हुई सीरिज के बाद विदाई हो गयी। लेकिन वह टी-20 में खेलते रहे हैं।
रैना टेस्ट में खुद को साबित नहीं कर पाए थे। ऐसे में वह मौजूदा दौर में सिर्फ एक फॉर्मेट में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आशा है वह जल्द भारतीय टीम के स्थायी सदस्य एक बार फिर बन जायेंगे।
इशांत शर्मा (टेस्ट)
लम्बे कद के तेज गेंदबाज़ इशांत शर्मा बीते एक दशक से भारतीय टीम का हिस्सा बने हुए हैं। अपने करियर के शुरुआती दिनों में वह सभी फॉर्मेट में भारत के लिए खेल चुके हैं। लेकिन बीते कई सालों से वह सिर्फ टेस्ट ताम का हिस्सा हैं।
इशांत ने अपना आखिरी वनडे जनवरी 2016 में खेला था। उसके बाद रंगीन जर्सी में नजर नहीं आये हैं। साथ उन्होंने आखिरी टी-20 अक्टूबर 2013 में खेला है। इशांत वापसी छोटे फॉर्मेट में कठिन है लेकिन टेस्ट में उनके प्रदर्शन को देखते हुए, चयनकर्ता एक बार उन्हें मौका दे सकते हैं।
चेतेश्वर पुजारा (टेस्ट)
पुजारा भारतीय टेस्ट टीम के रीढ़ की हड्डी हैं। उनका प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में शानदार रहा है। हालांकि वह तीनों फॉर्मेट में टीम का अंग बनना चाहते हैं। साल 2013 में ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए उन्हें टीम में चुना गया था। लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। जिसके बाद वह सफ़ेद गेंद के क्रिकेट से दूर ही रहे हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ भी उन्हें टीम में मौका मिला था। लेकिन वह खुद को साबित नहीं कर पाए। लेकिन वह टेस्ट में लगातार भारत के लिए खेलते रहे। हालांकि बीते साल टेस्ट में उनके खेलने पर सवाल उठे। लेकिन उन्होंने शानदार खेल से टीम में अपनी जगह पक्की की और आलोचकों को जवाब भी दिया।
सीमित ओवर में भारतीय टीम संतुलित नजर आ रही है। ऐसे में पुजारा की जगह टीम नहीं बन पा रही है। लेकिन अगर कुछ खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो उनके चयन पर विचार हो सकता है।
आशीष नेहरा (टी-20)
भारतीय क्रिकेट में मौजूदा समय में सबसे उम्रदराज क्रिकेटर हैं आशीष नेहरा, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से उम्र को महज संख्या साबित किया है। 1999 में अपना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर शुरू करने वाले नेहरा चोट की वजह से लगातार क्रिकेट नहीं खेल पाए। लेकिन उन्होंने बीते साल वापसी करके सबको हैरान कर दिया।
जनवरी 2016 में नेहरा जी ने भारतीय टी-20 टीम में जगह बनाई। उनका प्रदर्शन आईपीएल में लगातार अच्छा रहा था। जिसके चलते उन्हें टी-20 टीम में जगह मिली थी।
लगातार चार महीने खेलने के बाद नेहरा जी आईपीएल में खेलते हुए एक बार फिर चोटिल हो गये। उसके बाद उन्होंने फिर वापसी की और शानदार प्रदर्शन किया।