भारतीय टीम मे खेलने का सपना हर खिलाड़ी का होता है। सीमित ओवर में आने के बाद खिलाड़ी का सपना भारतीय टीम के लिए टेस्ट प्रारूप में खेलने का होता है। कई ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं जिन्हें भारतीय टीम में टेस्ट मैच खेलने का मौका पहले मिला और वनडे क्रिकेट में प्रवेश बाद में मिला। समय दर समय भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार खेल का प्रदर्शन कर विश्व क्रिकेट में अपना अलग नाम बनाया। वर्तमान समय में भी भारतीय टीम के कई खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से अलग नाम बनाने में सफल रहे हैं।
कुछ खिलाड़ियों के सपना भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में खेलने का रहा और वह पूरा भी हुआ, वहीँ कई नाम ऐसे भी रहे जिन्हें सीमित ओवर क्रिकेट में मौका मिलने के बाद टेस्ट टीम में अवसर नहीं मिला। इस आर्टिकल में भारतीय टीम के पांच ऐसे वर्तमान खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है जिन्होंने महज एक टेस्ट मैच में शिरकत की है। कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में लगातार बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में खेलने का मौका उन्हें नहीं मिल पाया।
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भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट खेलने वाले 5 वर्तमान खिलाड़ी
विनय कुमार
इस गेंदबाज ने भारतीय टीम की तरफ से एकमात्र टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के लिए पर्थ में खेला। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2011 में इस मैच में पारी से हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने एक ही बार बल्लेबाजी की जिसमें विनय कुमार को एक विकेट मिला। इसके बाद विनय कुमार को कभी टेस्ट क्रिकेट के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया। हालांकि वनडे में उन्होंने 31 मुकाबले खेले हैं।
नमन ओझा
इस विकेटकीपर ने भी महेंद्र सिंह धोनी के काल में बेहतर खेल का प्रदर्शन किया लेकिन टेस्ट क्रिकेट में एक बार ही खेल भारत के लिए खेल पाए। 2015 में कोलम्बो में श्रीलंका के खिलाफ नमन ओझा ने टेस्ट मैच खेला। नमन ओझा ने इस टेस्ट मैच में 21 और 35 रन बनाए। इसके बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में वापस टीम में आने का मौका नहीं मिला।
कर्ण शर्मा
इस लेग स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में अपना डेब्यू किया। 2014 में खेले गए इस मैच में कर्ण शर्मा ने दोनों पारियों में 2-2 विकेट हासिल किये। इसके बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए फिर से खेलने का मौका नहीं मिला। अश्विन, जडेजा और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों के टीम में होने के कारण कर्ण शर्मा को मौके नहीं मिले।
शाहबाज नदीम
लम्बे इंतजार के बाद उन्हें टेस्ट टीम में आने का मौका मिला। 2004 में फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले नदीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 2019 में खेलने का मौका मिला। उन्होंने दोनों पारियों में 2-2 विकेट झटके। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 400 से ज्यादा विकेट हैं।
जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट ने अपना टेस्ट डेब्यू 19 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में दिया था। चोटिल जहीर खान की जगह उन्हें मैच में खिलाया गया था। भारतीय टीम को एक पारी और 25 रन से हार का सामना करना पड़ा था। जयदेव उनादकट को कोई विकेट हासिल नहीं हुआ। इसके बाद उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में फिर से खेलने का मौका नहीं मिला।