पाकिस्तान के बेहतरीन बल्लेबाज़ युनिस खान और मिस्बाह-उल-हक़ की मौजूदगी में पकिस्तान टीम यूएई में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रही थी। तभी टीम में पहली बार जगह पाने वाले बल्लेबाज़ असद शफीक ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए टीम को मुसीबत से निकाला और उस समय रन बनाया जब पूरी टीम रन बनाने में असफल हो रही थी। साल 2010 में सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ के स्पॉट फिक्सिंग मामले के बाद टीम पूरी तरह बिखर चुकी थी। तब उस दौरान पकिस्तान के लिए अजहर अली की मौजूदगी में एक फ़रिश्ता बनकर आये असद शफीक ने इस मौके को भुनाया और टीम के लिए कई शानदार प्रदर्शन किये। शफीक ने 47 टेस्ट मैचों में 43.15 के शानदार औसत से 2762 रन बनाये और पाकिस्तानी मध्यक्रम को एक मजबूती प्रदान की। शफीक ने इसके अलावा कई बेमिसाल परियां खेली पर टीम में लगातार अपनी जगह बनाने में नाकामयाब रहे हैं।