क्रिकेट इतिहास की 5 सबसे ख़तरनाक पिच

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#2 सबीना पार्क, जमैका, वेस्टइंडीज (1998)

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कैरिबियाई पिच अपनी गति और बाउंस के लिए जानी जाती है। वेस्टइंडीज़ के सभी मैदानों में से जमैका के सबीना पार्क की पिच का इतिहास सबसे बुरा रहा है। साल 1998 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच टेस्ट सीरीज़ का पहला मैच जारी था। अचानक पिच में अजीब तरह का उछाल देखने को मिला।

हालात ऐसे हो गए कि 10.1 ओवर के बाद मैच को रद्द करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम ने इन ओवर में काफ़ी मशक्कत के बाद 17 रन बनाए। इतनी ख़तरनाक पिच पर इंग्लिश टीम के बल्लेबाज़ों को कर्टनी वॉल्स और कर्टनी एब्रोज़ के बाउंसर का सामना करना पड़ रहा था।


#1 वाका स्टेडियम, पर्थ (1997)

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वाका का मैदान अपनी बेहद तेज़ पिच के लिए जाना जाता है, लेकिन साल 1997 में वेस्टइंडीज़- ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ के दौरान हालात पूरी तरह विपरीत थे। सीरीज़ के 5वें टेस्ट मैच में पिच पर कई बड़ी दरारें देखने को मिलीं। दरारें दोनों तरफ़ से बड़ी होती जा रहीं थीं। इस पिच पर अब बल्लेबाज़ी करना नामुमकिन हो गया था।

ऐसे हालात में इयान बिशप की गेंद की पर करीब 2 फ़ीट तक की उछाल देखने को मिली। हांलाकि कुछ गेंद 3 सेंटीमीटर तक ऊपर जा रही थी। फिर भी इस मैच को रद्द नहीं किया गया। आख़िरकार वेस्टइंडीज़ ने इस मैच को 10 विकेट से जीत लिया। अब पर्थ शहर में वाका की जगह ऑप्टस स्टेडियम में मैच खेले जा रहे हैं।

लेखक- विनय छाबरिया

अनुवादक- शारिक़ुल होदा