टीम इंडिया को अपनी फील्डिंग में निरंतरता की ज़रूरत है। पुणे में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने स्टीवन स्मिथ के कम से कम चार कैच छोड़े, मैट रेनशॉ को भी कैच आउट किया जा सकता था, लेकिन वह भी न हो सका। मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने भी कहा था कि लो-स्कोरिंग टेस्ट मैच में एक गलती इतनी बार करने के बाद कोई टीम जीत की हकदार नहीं होती। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने तीसरी पारी में मुश्किल पिच पर शतक जमाया तो इसमें मुरली विजय और अभिनव मुकुंद का भी बड़ा योगदान है। जिन्होंने उन्हें बार बार जीवनदान दिया। ऐसे में टीम इंडिया को जरूरत है कि वो अपनी इस कमी पर खास ध्यान दे। साथ ही फील्डिंग प्लेसमेंट पर ध्यान देने की भी खास जरूरत है। पिछले मैच में शॉर्ट लेग पर अभिनव मुकुंद को खड़ा किया गया जबकि पुजारा जो उस जगह के स्पेशलिस्ट हैं। वो बाउंड्री के पास खड़े नजर आए। मुकुंद ने स्मिथ के दो कैच छोड़े थे।