#3. महेंद्र सिंह धोनी का रोहित शर्मा को बतौर ओपनर खिलाना
एकदिवसीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा ने अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण 23 जून 2007 में आयरलैंड के खिलाफ किया था । रोहित शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में की थी। रोहित शर्मा के प्रशंसकों में से एक सचिन तेंदुलकर उन्हें एक अदभुत प्रतिभा वाला बल्लेबाज कहा करते थे। रोहित शर्मा ने अपने करियर के शुरुआती दिनों के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखे। 2011 में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से निकाल दिया गया था, लेकिन उन्होंने जल्द ही टीम में दमदार वापसी की।
2013 में रोहित शर्मा के करियर ने एक बेहतरीन मोड़ लिया जब 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा को शिखर धवन के साथ बतौर ओपनर पारी की शुरुआत करने को कहा और यही फैसला रोहित शर्मा की करियर का सबसे बड़ा फैसला साबित हुआ। रोहित शर्मा ने बतौर ओपनर चैंपियंस ट्रॉफी में धुआंधार बल्लेबाजी की। उन्होंने ने हर मैच में भारत को एक शानदार शुरुआत दिलाई और भारत के चैंपियंस ट्रॉफी विजय अभियान में बेहद अहम योगदान दिया। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से रोहित शर्मा का बतौर ओपनर एक बेहतरीन आगाज हुआ।
2013 की सफलता के बाद रोहित शर्मा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रोहित शर्मा ने महेंद्र सिंह धोनी के इस फैसले के बारे में कहा कि यह उनके जिंदगी का सबसे बेहतरीन फैसला साबित हुआ और इस फैसले के बाद वह एक बेहतर बल्लेबाज बन सके। आपको बता दें कि रोहित शर्मा एकदिवसीय क्रिकेट के बादशाह माने जाते हैं। उन्होंने सर्वाधिक तीन दोहरे शतक लगाए हैं जो कि अभी भी एक विश्व रिकॉर्ड है और जिसका टूटना असंभव प्रतीत होता है।