आईपीएल का ये सीजन तक़रीबन अब खत्म होने को है। अंतिम चार टीमें अपने-अपने प्लेऑफ खेलने को तैयार हैं। जिसमें आरसीबी अपना प्लेऑफ़ जीतकर फाइनल में भी पहुंच चुकी है। इस दौरान बहुत से ऐसे खिलाड़ी देखने को मिले हैं, जिनके लिए ये बड़े मौके की तरह था। आईपीएल का उद्धेश्य भी यही होता है कि यहां युवा खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौके मिल सके। हालांकि कई ऐसे घरेलू खिलाड़ी भी आईपीएल में इस बार शामिल थे, जिनसे लोगों को बेहतरीन खेल की उम्मीद थी। दुर्भाग्यवश वह ऐसा नहीं कर पाए। आइये ऐसे ही 5 घरेलू क्रिकेटरों पर डालते हैं एक नज़र: श्रेयस अय्यर शायद श्रेयस अय्यर इस सीज़न में सबसे ज्यादा निराश करने वाले खिलाड़ी रहे हैं। इस साल वह रणजी ट्राफी में जबरदस्त फॉर्म में थे। लेकिन आईपीएल में वह फिसड्डी साबित हुए। उनके आंकड़े इस बात के गवाह हैं। रणजी में अय्यर ने 11 मैचों में 73.38 की औसत और 92.70 की स्ट्राइक रेट से 1321 रन बनाये थे। वह टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ थे। लेकिन उन्होंने अपनी फ्रैंचाइज़ी दिल्ली को काफी निराश किया। साल 2015 में 2.6 करोड़ में दिल्ली ने उन्हें खरीदा था। जहांमउन्होंने 14 मैचों में 439 रन बनाये थे। हालांकि इस बार अय्यर पहले मैच में जीरो पर आउट हुए और उसके बाद उन्होंने 6 मैचों में मात्र 30 रन बनाये हैं। जहां उनका उच्च स्कोर 19 रन है। इसके आलावा वह पूरे सीज़न में रन बनाने को संघर्ष करते रहे। ऐसे में मुंबई के इस युवा के लिए इस सीज़न में कुछ भी यादगार नहीं रहा। कर्ण शर्मा एक साल में कर्ण शर्मा के लिए चीजें काफी बदल गयी है। उन्होंने अपने पहला टेस्ट भारत के लिए एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। रणजी ट्राफी में वह रेलवे के लिए हमेशा खेलते रहे हैं। इसके आलावा वह आईपीएल में सनराइज़र्स हैदराबाद की तरफ से 2013 से खेल रहे हैं। लेकिन इस सीजन में निष्प्रभावी नजर आये। हैदराबाद की मजबूत गेंदबाज़ी में कर्ण शर्मा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। इससे पहले 2013, 2014, 2015 में उन्होंने क्रमशः 11,15,10 विकेट लिए थे। लेकिन इस सीज़न में उन्होंने 5 मैचों में 171 रन देकर एक भी विकेट नहीं लिया। जहां उनका इकॉनमी रेट 10.46 का रहा है। उन्होंने बल्ले से भी प्रभावित नहीं किया और वह अहम मौके पर रन नहीं बना पाए हैं। ऐसे में कर्ण शर्मा का ये सीज़न काफी खराब गया है। आदित्य तारे आदित्य तारे मुंबई रणजी टीम के कप्तान हैं। जिनकी कप्तानी में मुंबई इस बार रिकॉर्ड 41वीं बार चैंपियन बना है। तारे की भूमिका इसमें काफी अच्छी रही है। उन्होंने 10 मैचों में 40.64 के औसत से 569 रन बनाये हैं। इस आईपीएल में तारे सनराइजर्स हैदराबाद के साथ हैं, वह मध्यक्रम के अच्छे बल्लेबाज़ हैं। इस बार तारे को 3 मैच में खेलने का मौका भी मिला। लेकिन उन्होंने इन मौकों को अच्छे से नहीं भुनाया। जिसके बाद उन्हें मौके भी नहीं मिले। टीम में नमन ओझा की मौजूदगी की वजह से तारे को बतौर विकेटकीपर भी मौके नहीं मिल पाए। हर्षल पटेल हरियाणा के इस तेज गेंदबाज़ ने रणजी ट्राफी में कमाल की गेंदबाज़ी की थी। 8 मैचों में पटेल ने 22 विकेट लिए थे। उनकी लाइन लेंथ काफी अच्छी मानी जाती है। इसके आलावा सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में भी उन्होंने 7.30 के इकॉनमी रेट से 5 विकेट लिए थे। हालांकि आरसीबी की तरफ से खेलते हुए हर्शल पटेल के लिए ये सीज़न काफ़ी निराशा भरा रहा। उन्हें 5 मैचों में मात्र 1 विकेट मिले हैं। साथ ही उनका इकॉनमी रेट भी 10.50 का रहा। ऐसे में हर्शल के लिए ये सीजन भुलाने वाला होगा। शाहबाज़ नदीम शाहबाज़ नदीम झारखंड के कप्तान हैं और इस बार रणजी में उनका प्रदर्शन बहुत ही अच्छा रहा है। उन्होंने 9 मैचों में 51 विकेट लिए थे। इसके आलावा उनकी फॉर्म सैय्यद मुश्ताक अली में भी काफी शानदार थी। जहां उन्होंने 9 मैचों में 10 विकेट लिए थे। उनकी इकॉनमी इस दौरान 6.47 की थी। हालांकि वह आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्हें चार मैचों में 8.46 के इकॉनमी रेट से 2 विकेट ही हासिल हुए।